आज का हिन्दू पंचांग
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विशेष - 23 अक्टूबर, शुक्रवार को महाष्टमी और 24 अक्टूबर, शनिवार को दुर्गाष्टमी है
24 अक्टूबर दिन शनिवार को दुर्गा अष्ठमी का उपवास रखा जाएगा।
दिनांक 23 अक्टूबर 2020
दिन - शुक्रवार
विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)
शक संवत - 1942
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - हेमंत
मास - अश्विन
पक्ष - शुक्ल
तिथि - सप्तमी सुबह 06:57 तक तत्पश्चात अष्टमी
24 अक्टूबर, शनिवार को दुर्गाष्टमी है ।
नक्षत्र - उत्तराषाढा 24 अक्टूबर रात्रि 01:18 तक तत्पश्चात श्रवण
योग - धृति 24 अक्टूबर रात्रि 01:23 तक तत्पश्चात शूल
राहुकाल - सुबह 10:57 से दोपहर 12:23 तक
सूर्योदय - 06:38
सूर्यास्त - 18:07
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण - महाष्टमी, सरस्वती बलिदान
विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है था शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
काम धंधे में सफलता एवं राज योग के लिए
अगर काम धंधा करते समय सफलता नहीं मिलती हो या विघ्न आते हों तो शुक्ल पक्ष की अष्टमी हो.. बेल के कोमल कोमल पत्तों पर लाल चन्दन लगा कर माँ जगदम्बा को अर्पण करने से .... मंत्र बोले " ॐ ह्रीं नमः । ॐ श्रीं नमः । " और थोड़ी देर बैठ कर प्रार्थना और जप करने से राज योग बनता है गुरु मंत्र का जप और कभी कभी ये प्रयोग करें नवरात्रियों में तो खास करें | देवी भागवत में वेद व्यास जी ने बताया है।
23 अक्टूबर, शुक्रवार को सुबह 06:58 से 24 अक्टूबर, शनिवार को सुबह 06:58 तक शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है ।
विशेष - 23 अक्टूबर, शुक्रवार को महाष्टमी और 24 अक्टूबर, शनिवार को दुर्गाष्टमी है ।
दुर्गाष्टमी
24 अक्टूबर, शनिवार को दुर्गाष्टमी है ।
प्राचीन काल में दक्ष के यज्ञ का विध्वंश करने वाली महाभयानक भगवती भद्रकाली करोङों योगिनियों सहित अष्टमी तिथि को ही प्रकट हुई थीं।
नारदपुराण पूर्वार्ध अध्याय 117
आश्विने शुक्लपक्षे तु प्रोक्ता विप्र महाष्टमी ।। ११७-७६ ।।
तत्र दुर्गाचनं प्रोक्तं सव्रैरप्युपचारकैः ।।
उपवासं चैकभक्तं महाष्टम्यां विधाय तु ।। ११७-७७ ।।
सर्वतो विभवं प्राप्य मोदते देववच्चिरम् ।।
आश्विन मास के शुक्लपक्ष में जो अष्टमी आती है, उसे महाष्टमी कहा गया है (महाष्टमी 23 अक्टूबर, शुक्रवार को है ) उसमें सभी उपचारों से दुर्गा के पूजन का विधान है। जो महाष्टमी को उपवास अथवा एकभुक्त व्रत करता है, वह सब ओर से वैभव पाकर देवता की भाँति चिरकाल तक आनंदमग्न रहता है।
भविष्यपुराण, उत्तरपर्व, अध्याय – २६
देव, दानव, राक्षस, गन्धर्व, नाग, यक्ष, किन्नर, नर आदि सभी अष्टमी तथा नवमी को उनकी पूजा-अर्चना करते हैं | आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी और नवमी को जगन्माता भगवती श्रीअम्बिका का पूजन करने से सभी शत्रुओं पर विजय प्राप्त हो जाती है | यह तिथि पुण्य, पवित्रता, धर्म और सुख को देनेवाली है | इस दिन मुंडमालिनी चामुंडा का पूजन अवश्य करना चाहिये |
देवीभागवतपुराण पञ्चम स्कन्ध
अष्टम्याञ्च चतुर्दश्यां नवम्याञ्च विशेषतः ।
कर्तव्यं पूजनं देव्या ब्राह्मणानाञ्च भोजनम् ॥
निर्धनो धनमाप्नोति रोगी रोगात्प्रमुच्यते ।
अपुत्रो लभते पुत्राञ्छुभांश्च वशवर्तिनः ॥
राज्यभ्रष्टो नृपो राज्यं प्राप्नोति सार्वभौमिकम् ।
शत्रुभिः पीडितो हन्ति रिपुं मायाप्रसादतः ॥
विद्यार्थी पूजनं यस्तु करोति नियतेन्द्रियः ।
अनवद्यां शुभा विद्यां विन्दते नात्र संशयः ॥
अष्टमी, नवमी एवं चतुर्दशी को विशेष रूप से देवीपूजन करना चाहिए और इस अवसर पर ब्राह्मण भोजन भी कराना चाहिए। ऐसा करने से निर्धन को धन की प्राप्ति होती है, रोगी रोगमुक्त हो जाता है, पुत्रहीन व्यक्ति सुंदर और आज्ञाकारी पुत्रों को प्राप्त करता है और राज्यच्युत राज को सार्वभौम राज्य प्राप्त करता है। देवी महामाया की कृपा से शत्रुओं से पीड़ित मनुष्य अपने शत्रुओं का नाश कर देता है। जो विद्यार्थी इंद्रियों को वश में करके इस पूजन को करता है, वह शीघ्र ही पुण्यमयी उत्तम विद्या प्राप्त कर लेता है इसमें संदेह नहीं है।
नवरात्रि अष्टमी को महागौरी की पूजा सर्वविदित है साथ ही
अग्निपुराण के अध्याय 268 में आश्विन् शुक्ल अष्टमी को भद्रकाली की पूजा का विधान वर्णित है।
स्कन्दपुराण माहेश्वरखण्ड कुमारिकाखण्ड में आश्विन् शुक्ल अष्टमी को वत्सेश्वरी देवी की पूजा का विधान बताया है।
गरुड़पुराण अष्टमी तिथिमें दुर्गा और नवमी तिथिमें मातृका तथा दिशाएँ पूजित होनेपर अर्थ प्रदान करती है ।
विशेष ~ यदि कोई व्यक्ति किसी कारणवश नवरात्रि पर्यन्त प्रतिदिन पूजा करने में असमर्थ रहे तो उनको अष्टमी तिथि को विशेष रूप से अवश्य पूजा करनी चाहिए।
दशहरा की तिथि होती है सर्वसिद्धिदायक, इस दिन बिना मुहूर्त भी किए जा सकते हैं ये शुभ कार्य
अश्विन मास की दशमी तिथि को पूरे देश में दशहरा या विजयादशमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दुर्गा पूजा की दशमी तिथि को मनाया जाने वाले दशहरा बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। कहा जाता है कि दशहरा या विजयादशमी के दिन बिना शुभ मुहूर्त भी शुभ कार्यों को किया जा सकता है। इस दिन किए गए नए कार्यों में सफलता हासिल होती हैं। विजयादशमी या दशहरा के दिन श्रीराम, मां दुर्गा, श्री गणेश और हनुमान जी की अराधना करके परिवार के मंगल की कामना की जाती है। मान्यता है कि दशहरा के दिन रामायण पाठ, सुंदरकांड, श्रीराम रक्षा स्त्रोत करने से मन की मुरादें पूरी होती हैं।
दशहरा या विजयादशमी सर्वसिद्धिदायक तिथि मानी जाती है। इसलिए इस दिन सभी शुभ कार्य फलकारी माने जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दशहरा के दिन बच्चों का अक्षर लेखन, घर या दुकान का निर्माण, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण, अन्नप्राशन, कर्ण छेदन, यज्ञोपवीत संस्कार और भूमि पूजन आदि कार्य शुभ माने गए हैं। विजयादशमी के दिन विवाह संस्कार को निषेध माना गया है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल दशहरा या विजयादशमी का त्योहार 25 अक्टूबर को मनाया जाएगा। दशहरा हर साल दीपावली से ठीक 20 दिन पहले मनाया जाता है। हालांकि इस साल नवरात्रि 9 दिन के न होकर 8 दिन में ही समाप्त हो रहे हैं। दरअसल, इस साल अष्टमी और नवमी का एक ही दिन पड़ रही है। 24 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 58 मिनट तक ही अष्टमी है, उसके बाद नवमी लग जाएगी। जिसके चलते दशहरा 25 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
शुभ मुहूर्त
दशमी तिथि प्रारंभ - 25 अक्टूबर को सुबह 07:41 मिनट से
विजय मुहूर्त - दोपहर 01:55 मिनट से 02 बजकर 40 तक।
अपराह्न पूजा मुहूर्त - 01:11 मिनट से 03:24 मिनट तक।
दशमी तिथि समाप्त - 26 अक्टूबर को सुबह 08:59 मिनट तक रहेगी।
पंचक
25 अक्टूबर दोपहर 3.24 से 30 अक्टूबर दोपहर 2.56 बजे तक
21 नवंबर रात्रि 10.24 से 26 नवंबर रात्रि 9.20 बजे तक
19 दिसंबर प्रातः 7.16 से 23 दिसंबर तड़के 4.32 बजे तक
एकादशी
पापांकुशा एकादशी- 27 अक्टूबर दिन मंगलवार
रमा एकादशी- 11 नवंबर दिन बुधवार
देवुत्थान एकादशी- 25 नवंबर दिन बुधवार
उत्पन्ना एकादशी- 11 दिसंबर दिन शुक्रवार
मोक्षदा एकादशी- 25 दिसंबर दिन शुक्रवार
प्रदोष
बुधवार, 28 अक्टूबर - प्रदोष व्रत (शुक्ल)
शुक्रवार, 13 नवंबर - प्रदोष व्रत (कृष्ण)
शुक्रवार, 27 नवंबर - प्रदोष व्रत (शुक्ल)
शनिवार, 12 दिसंबर - शनि प्रदोष व्रत (कृष्ण)
रविवार, 27 दिसंबर - प्रदोष व्रत (शुक्ल)
अमावस्या
रविवार, 15 नवंबर कार्तिक अमावस्या
सोमवार, 14 दिसंबर मार्गशीर्ष अमावस्या
पूर्णिमा
शनिवार, 31 अक्टूबर अश्विन पूर्णिमा व्रत
सोमवार, 30 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा व्रत
बुधवार, 30 दिसंबर मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत।
आज का राशिफल
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अपनी राशि के अनुसार जानिए क्या कहता है आपका राशिफल।
प्रत्येक राशि का राशिफल चंद्र ग्रह की गणना पर आधारित होता है। राशिफल को निकालते समय पंचांग की गणना और सटीक खगोलीय विवरण का विश्लेषण किया जाता है। वैदिक पूजन के द्वारा दैनिक राशिफल में बारह राशियों का भविष्यफल बताया जाता है। यहाँ पर दिये गए राशिफल को पढ़कर आप अपनी रोजाना की योजनाओं को सफल बनाने में कामयाब हो सकते है । इस राशिफल में आपके लिए व्यापार, लेन-देन, नौकरी, परिवार, सेहत और मित्रों के साथ संबंध एवं दिन भर में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है।
प्रत्येक राशि का राशिफल चंद्र ग्रह की गणना पर आधारित होता है। राशिफल को निकालते समय पंचांग की गणना और सटीक खगोलीय विवरण का विश्लेषण किया जाता है। वैदिक पूजन के द्वारा दैनिक राशिफल में बारह राशियों का भविष्यफल बताया जाता है। यहाँ पर दिये गए राशिफल को पढ़कर आप अपनी रोजाना की योजनाओं को सफल बनाने में कामयाब हो सकते है । इस राशिफल में आपके लिए व्यापार, लेन-देन, नौकरी, परिवार, सेहत और मित्रों के साथ संबंध एवं दिन भर में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है।
मेष
आज आप अपने कार्य क्षेत्र में मानसिक तनाव का सामना कर सकते हैं। आपको लगेगा कि आपकी मेहनत निष्फल जा रही है लेकिन इसके बावजूद भी आप मेहनत करते रहेंगे। गृहस्थ जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थिति आएगी लेकिन फिर भी आपसी तालमेल बेहतर रहेगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोग आज अपनी लव लाइफ में कुछ रोमांचक करने की कोशिश करेंगे। ससुराल से संबंध खराब हो सकते हैं और अपनी सेहत का ध्यान रखें।
वृष
भाग्य साथ देगा और आज अपने प्रयासों से आपको कोई लाभ मिल सकता है। कैरियर में कोई अच्छा ऑप्शन आज आपके हाथ में आ सकता है और काम को लेकर ट्रैवलिंग भी हो सकती है। गृहस्थ जीवन में जीवन साथी का अचरज भरा रवैया आपको समझ नहीं आएगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोग अपने रिश्ते में बढ़ते हुए प्यार, अपनेपन और स्नेह से रोमांचित रहेंगे। आपकी सेहत भी बढ़िया रहेगी। कुछ नए दोस्त बन सकते हैं
मिथुन
आपकी व्यावहारिकता आज आपके बहुत काम आएगी और प्रैक्टिकल अप्रोच से आज आप अपने काम निकालने में सफल रहेंगे। आज घर में नई लाइट और रंगाई पुताई तथा घर की सजावट का सामान ला सकते हैं। प्रेम जीवन बिता रहे लोग अपने भविष्य के बारे में अपने प्रिय से विचार करेंगे और उनका प्रिय कुछ खूबसूरत बातें करेगा। शादीशुदा लोगों का गृहस्थ जीवन आज बेहद अच्छा रहेगा। घर में धार्मिक माहौल रहेगा और काम को लेकर आपको थोड़ा सावधान रहना होगा। अपने विरोधियों से सतर्क रहें।
कर्क
जीवनसाथी किसी परेशानी में है उनकी मदद करें। निजी जीवन को लेकर आपको एक उदारवादी रवैया अपनाना होगा। यदि किसी से प्रेम करते हैं तो उनके मन की बात जानने की कोशिश करें। वह अपने मन में बहुत कुछ पाले बैठे हैं लेकिन आपको बता नहीं पा रहे हैं। स्वास्थ्य को लेकर स्थितियां उतार-चढ़ाव से भरी हैं, इसलिए सेहत का पूरा ध्यान रखें। इनकम को लेकर आज आप निश्चिंत रहेंगे क्योंकि अच्छा लाभ मिलने की संभावना बन रही है।
सिंह
सिंह राशि के लोग आज स्वयं पर खर्च करेंगे और निजी प्रयासों से अपने कुछ दोस्तों के लिए कुछ करने की कोशिश करेंगे। आज आप अपने दोस्तों के साथ अच्छा वक्त बिताएंगे। परिवार में खुद को अलग-थलग महसूस कर सकते हैं। इसके मूल में आपकी एकांतवादी सोच हो सकती है। गृहस्थ जीवन को लेकर दिनमान बेहद अच्छा रहेगा और आपका जीवन साथी आपसे शॉपिंग पर चलने के लिए कह सकता है जबकि प्रेम जीवन बिता रहे लोग अपने रिश्ते में बढ़ती हुई परिपक्वता और आपसी अंडरस्टैंडिंग से खुश होंगे। आज के दिन गाड़ी सावधानी से चलाना जरूरी होगा।
कन्या
आज अपने परिवार के लिए आप बहुत सोचेंगे। थोड़े भावुक भी हो सकते हैं और पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाएंगे। आपके जीवन साथी का रवैया परिवार के प्रति थोड़ा तीखा हो सकता है, जो परिवार में परेशानी का कारण बन सकता है, इसलिए आज थोड़ा सा सावधानी रखें। खर्चे बढ़िया रहेंगे और आप अपने सुख साधनों पर खर्च करेंगे। आज परिवार में आध्यात्मिक और धार्मिक माहौल रहेगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोग अपने प्रिय के साथ कहीं घूमने चलने की प्लानिंग कर सकते हैं। काम को लेकर स्थितियां आपके पक्ष में रहेंगी।
तुला
खुद पर विश्वास हो तो व्यक्ति सब कुछ कर सकता है। आज आप पूरी तरह से कॉन्फिडेंस में रहेंगे। कुछ चुनौतियां आएंगी। खासतौर से पारिवारिक चुनौतियां, लेकिन आप उनका अच्छे से सामना करेंगे। आज आप अपने भाई बहनों के सहयोग से घर के माहौल को खुशनुमा बनाने की कोशिश करते हुए नजर आएंगे। जो लोग शादीशुदा हैं, वो अपने गृहस्थ जीवन को लेकर थोड़े परेशान हो सकते हैं जबकि प्रेम जीवन बिता रहे लोग आज संतुष्ट दिखेंगे और अपने प्रेम जीवन को लेकर वे काफी आशान्वित होंगे। आपकी सेहत बढ़िया रहेगी।
वृश्चिक
खुद पर विश्वास हो तो व्यक्ति सब कुछ कर सकता है। आज आप पूरी तरह से कॉन्फिडेंस में रहेंगे। कुछ चुनौतियां आएंगी। खासतौर से पारिवारिक चुनौतियां, लेकिन आप उनका अच्छे से सामना करेंगे। आज आप अपने भाई बहनों के सहयोग से घर के माहौल को खुशनुमा बनाने की कोशिश करते हुए नजर आएंगे। जो लोग शादीशुदा हैं, वो अपने गृहस्थ जीवन को लेकर थोड़े परेशान हो सकते हैं जबकि प्रेम जीवन बिता रहे लोग आज संतुष्ट दिखेंगे और अपने प्रेम जीवन को लेकर वे काफी आशान्वित होंगे। आपकी सेहत बढ़िया रहेगी।
धनु
आज आप अपने काम में रमे हुए नजर आएंगे जिससे काम को लेकर बेहद अच्छे नतीजे मिलेंगे और आपकी इच्छा भी प्रबल होगी। आज भाग्य की वजह से कोई अच्छी बिजनेस डील आपको प्राप्त हो सकती है। गृहस्थ जीवन बिता रहे लोग आज बेहद खुश नजर आएंगे और आपका जीवन साथी आज आपके लाभ का माध्यम बन सकता है। प्रेम जीवन बिता रहे लोग आज अपने प्रिय से कुछ खफा नजर आ सकते हैं लेकिन आपका प्रिय आप को मनाने की कोशिश भी करेगा। आपकी सेहत बढ़िया रहेगी जिससे दिन अच्छा रहेगा।
मकर
आज का दिन आपके करियर के लिए बेहद अच्छा दिन है। यदि आप प्रयास करेंगे तो आपको मनपसंद डिपार्टमेंट मिल सकता है। भाग्य पर जरूरत से ज्यादा भरोसा ना करें और मेहनत करना शुरू करें। इनकम को लेकर स्थितियां बेहद सामान्य हैं, इसलिए प्रयासों को बढ़ाने पर ध्यान दें। बिजनेस में रिस्क लेने से सफलता मिलेगी। धार्मिक कार्यक्रम आपका ध्यान खींचेंगे। मन में एकांत की भावना और अकेलेपन का एहसास हो सकता है। इसे खुद पर हावी ना होने दें। इससे गृहस्थ जीवन पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
कुंभ
अपनी सेहत सबसे महत्वपूर्ण होती है, उसका ध्यान रखें। आपको जुकाम व खांसी हो सकती है। काम के सिलसिले में दिनमान बेहद अच्छा है। यदि आप कोई पैतृक व्यवसाय करते हैं तो आज का दिन आप को काफी लाभ दे सकता है। प्रेम जीवन बिता रहे लोग अपने रिश्ते से काफी खुश नजर आएंगे और आपकी शादी की बात आगे बढ़ सकती है। शादीशुदा लोगों का गृहस्थ जीवन भी आज अच्छा रहेगा। जीवन साथी के साथ कहीं घूमने जाने की योजना बनेगी और अपनी जीवनसाथी के परिवार वालों से आपका तालमेल आज बढ़िया रहेगा।
मीन
आज आप अपने बॉस से कुछ निराश हो सकते हैं। काफी समय से आप किसी काम के लिए प्रयास कर रहे थे लेकिन आज उनके इंकार कर देने से आपको दुख हो सकता है लेकिन आपका काम बहुत बढ़िया रहेगा, जिसकी सभी लोग तारीफ करेंगे। शादीशुदा लोगों का गृहस्थ जीवन आज काफी रोमांटिक होगा और अपने प्रिय के साथ निकट पल बिताने का मौका मिलेगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोग कुछ नीरसता महसूस कर सकते हैं जबकि आज आपकी कोई छुपी हुई बात सबके सामने आ सकती है।।
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं
आप बेहद भाग्यशाली हैं कि आपका जन्म 23 को हुआ है। 23 का अंक आपस में मिलकर 5 होता है। 23 का अंक देखने पर ॐ का आभास देता है। जो कि भारतीय परंपरा में शुभ प्रतीक है। जबकि 5 का अंक बुध ग्रह का प्रतिनिधि करता है।
ऐसे व्यक्ति अधिकांशत: मितभाषी होते हैं। कवि, कलाकार, तथा अनेक विद्याओं के जानकार होते हैं। आपमें गजब की आकर्षण शक्ति होती है। आपमें लोगों को सहज अपना बना लेने का विशेष गुण होता है। अनजान व्यक्ति की मदद के लिए भी आप सदैव तैयार रहते हैं।
आपमें किसी भी प्रकार का परिवर्तन करना मुश्किल है। अर्थात अगर आप अच्छे स्वभाव के व्यक्ति हैं तो आपको कोई भी बुरी संगत बिगाड़ नहीं सकती। अगर आप खराब आचरण के हैं तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको सुधार नहीं सकती। लेकिन सामान्यत: 23 तारीख को पैदा हुए व्यक्ति सौम्य स्वभाव के ही होते हैं।
शुभ दिनांक : 1, 5, 7, 14, 23
शुभ अंक : 1, 2, 3, 5, 9, 32, 41, 50
शुभ वर्ष : 2030, 2032, 2034, 2050, 2059, 2052
ईष्टदेव : देवी महालक्ष्मी, गणेशजी, मां अम्बे।
शुभ रंग : हरा, गुलाबी जामुनी, क्रीम
कैसा रहेगा यह वर्ष
वर्ष आपके लिए सफलताओं भरा रहेगा। अभी तक आ रही परेशानियां भी इस वर्ष दूर होती नजर आएंगी। परिवारिक प्रसन्नता रहेगी। संतान पक्ष से खुशखबर आ सकती है। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह वर्ष निश्चय ही सफलताओं भरा रहेगा। दाम्पत्य जीवन में मधुर वातावरण रहेगा। अविवाहित भी विवाह में बंधने को तैयार रहें। व्यापार-व्यवसाय में प्रगति से प्रसन्नता रहेगी।
#AajKaUPAY
स्वास्थ्य के लिये
यदि आपका बच्चा बहुत जल्दी-जल्दी बीमार पड़ रहा हो और आप को लग रहा कि दवा काम नहीं कर रही है, डाक्टर बीमारी खोज नहीं पा रहे है। तो यह उपाय शुक्ल पक्ष की अष्टमी को करना चाहिये। आठ गोतमी चक्र ले और अपने पूजा स्थान में मां दुर्गा के श्रीविग्रह के सामने लाल रेशमी वस्त्र पर स्थान दें। मां भगवती का ध्यान करते हुये कुंकुम से गोमती चक्र पर तिलक करें। धूपबत्ती और दीपक प्रावलित करें।धूपबत्ती की भभूत से भी गोमती चक्र को तिलक करें। ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे की 11 माला जाप करें। जाप के उपरांत लाल कपड़े में 3 गोमती चक्र बांधकर ताबीज का रूप देकर धूप, दीप दिखाकर बच्चे के गले में डाल दें। शेष पांच गोमती चक्र पीले वस्त्र में बांधकर बच्चे के ऊपर से 11 बार उसार कर के किसी विराने स्थान में गड्डा खोदकर दबा दें। आपका बच्चा हमेशा सुखी रहेगा।
बचत के लिये
आप अनावश्यक खर्चें से परेशान है, आपके हाथ से न चाहते हुये भी खर्चा अधिक हो जाता हो तो यह प्रयोग आपके लिये बहुत ही लाभदायक रहेगा। किसी भी माह के पहले सोमवार को 11 गोमती चक्र, 11 कौड़ी, 11 लौंग लें। पीलेवस्त्र में रख कर अपने पूजा स्थान में रख दें। श्रद्धापूर्वक पंचोपचार पूजन करें। धूप, दीप, नैवेद्य, फूल, अक्षत अर्पित करें। तत्पश्चात ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं सिद्धलक्ष्मयै: नम:। 11 माला जाप करें। ऐसा 7 दिन नियमित रूप से पूजन और जाप करें। पुन: दूसरे सोमवार को श्रद्धापूर्वक पूजन और जाप के उपरांत उसमें से 4 गोमती चक्र, 4 कौड़ी, 4 लौंग घर के चारों कोनों में गड्डा खोदर कर डाल दें। शेष बचें 5 गोमती चक्र, 5 कौड़ी, 5 लौंग को लाल वस्त्र में बांधकर अपनी तिजारी में रख दें। और दो गोमती चक्र, दो कौड़ी और दो लोंग को श्रद्धापूर्वक किसी भी भगवान के मंदिर में अर्पित कर दें। मनोवांछित सफलता प्राप्त होगी।
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