🙏🏻 राधे राधे🙏🏻
🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 30 अगस्त 2021*
⛅ *दिन - सोमवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2078 (गुजरात - 2077)*
⛅ *शक संवत - 1943*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - शरद*
⛅ *मास - भाद्रपद (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - श्रावण)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - अष्टमी 31अगस्त रात्रि 01:59 तक तत्पश्चात नवमी*
⛅ *नक्षत्र -कृत्तिका सुबह 06:39 तक तत्पश्चात रोहिणी*
⛅ *योग -व्याघात सुबह 07:47 तक तत्पश्चात हर्षण*
⛅ *राहुकाल - सुबह 07:56 से सुबह 09:30 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:22*
⛅ *सूर्यास्त - 18:55*
⛅ *दिशाशूल -पूर्ब दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -जनमाष्टमी*
💥 *विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *जन्माष्टमी व्रत की महिमा* 🌷
➡ *१] भगवान श्रीकृष्ण युधिष्ठिरजी को कहते हैं : “२० करोड़ एकादशी व्रतों के समान अकेला श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत हैं |”*
➡ *२] धर्मराज सावित्री से कहते हैं : “ भारतवर्ष में रहनेवाला जो प्राणी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत करता है वह १०० जन्मों के पापों से मुक्त हो जाता है |”*
🙏🏻 *
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *श्रीकृष्ण-जन्माष्टमी* 🌷
🙏🏻 *ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार*
*भारतवर्ष में रहने वाला जो प्राणी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत करता है, वह सौ जन्मों के पापों से मुक्त हो जाता है। इसमें संशय नहीं है। वह दीर्घकाल तक वैकुण्ठलोक में आनन्द भोगता है। फिर उत्तम योनि में जन्म लेने पर उसे भगवान श्रीकृष्ण के प्रति भक्ति उत्पन्न हो जाती है-यह निश्चित है।*
🙏🏻 *अग्निपुराण के अनुसार*
*इस तिथिको उपवास करने से मनुष्य सात जन्मों के किये हुए पापों से मुक्त हो जाता हैं | अतएव भाद्रपद के कृष्णपक्ष की अष्टमी को उपवास रखकर भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करना चाहिये | यह भोग और मोक्ष प्रदान करनेवाला हैं।*
🙏🏻 *भविष्यपुराण के अनुसार*
*कृष्ण जन्माष्टमी व्रत जो मनुष्य नहीं करता, वह क्रूर राक्षस होता है।*
🙏🏻 *स्कन्दपुराण के अनुसार*
*जो व्यक्ति कृष्ण जन्माष्टमी व्रत नहीं करता, वह जंगल में सर्प और व्याघ्र होता है।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *चार रात्रियाँ विशेष पुण्य प्रदान करनेवाली हैं*
🙏 *१ )दिवाली की रात २) महाशिवरात्रि की रात ३) होली की रात और ४) कृष्ण जन्माष्टमी की रात इन विशेष रात्रियों का जप, तप , जागरण बहुत बहुत पुण्य प्रदायक है |*
🙏 *श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की रात्रि को मोहरात्रि कहा जाता है। इस रात में योगेश्वर श्रीकृष्ण का ध्यान,नाम अथवा मन्त्र जपते हुए जागने से संसार की मोह-माया से मुक्ति मिलती है। जन्माष्टमी का व्रत व्रतराज है। इस व्रत का पालन करना चाहिए।*
🙏 *(शिवपुराण, कोटिरूद्र संहिता अ. 37)*
📖 *
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🍀🌷🌻🌺🌸🌹🍁🙏
पंचक
: 18 सितंबर दोपहर 3.26 बजे से 23 सितंबर प्रात: 6.45 बजे तक
एकादशी
सितंबर 2021: एकादशी व्रत
03 सितंबर: अजा एकादशी
17 सितंबर: परिवर्तिनी एकादशी
प्रदोष
सितंबर 2021: प्रदोष व्रत
04 सितंबर: शनि प्रदोष
18 सितंबर: शनि प्रदोष व्रत
पूर्णिमा
20 सितंबर सोमवार भाद्रपद
अमावस्या
07 सितंबर, मंगलवार भाद्रपद अमावस्या
साप्ताहिक राशिफल (30 अगस्त से 05 सितंबर):
मेष
इस सप्ताह कार्यक्षेत्र में भागदौड़ बनी रहेगी। कुछ रुकावटों के बावजूद प्रयास करने पर आगे बढ़ने का योग है। घरेलू समस्याएं दिमाग पर हावी रह सकती हैं। संतान पक्ष को लेकर कोई बड़ी चिंता सताएगी। पिता-पुत्र में अनबन भी हो सकती है। सप्ताह के उत्तरार्ध में स्थितियों में कुछ बदलाव देखने को मिलेगा। इस दौरान धार्मिक यात्रा या फिर कोई मांगलिक आयोजन में शामिल होने का मौका मिल सकता है। व्यापारियों के लिए भी सप्ताह के पूर्वार्ध के मुकाबले उत्तरार्ध ज्यादा लाभदायक साबित होगा। प्रेम संबंधों में लव पार्टनर से मुलाकात न हो पाने के कारण मन बेचैन रहेगा। कठिन समय में जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा।
उपाय: लाल रंग का रुमाल हमेशा अपने पास रखें। 'ॐ अंगारकाय नम:' मंत्र की प्रतिदिन एक माला जप करें
वृषभ
इस सप्ताह वृषभ राशि के जातकों को किसी के साथ खूब संभलकर लेन-देन करना चाहिए। यदि आप पार्टनरशिप में कोई काम करते हैं तो धन संबंधी मामलों में लापरवाही न बरतें। सप्ताह के मध्य में जमीन-जायदाद को लेकर घरेलू विवाद की आशंका है। इस दौरान व्यापारियों को जोखिम भरे सौदे करने से बचना चाहिए। कार्यक्षेत्र में गुप्त शत्रुओं से सतर्क रहें और किसी की आलोचना करने से बचें। प्रेम संबंधों में किसी भी प्रकार का उतावलापन आपके लिए महंगा साबित हो सकता है और बनी हुई बात भी बिगड़ सकती है। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। सेहत को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचें।
उपाय : भगवान शिव की अराधना करें और शिवलिंग पर प्रतिदिन दूध चढ़ाएं। 'ॐ नम: शिवाय' मंत्र का एक माला जप प्रतिदिन करें।
मिथुन
इस सप्ताह मिथुन राशि के जातकों को अपनी सेहत को लेकर खूब सावधान रहना चाहिए। मौसमी बीमारी या फिर पुराने रोग के उभरने के चलते सेहत प्रभावित हो सकती है। काम-धंधे में कुछ एक अड़चनें आ सकती हैं। व्यवसाय के सिलसिले में लंबी या छोटी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती हैं। मन में दुविधा बनी रहने के कारण किसी भी निर्णय लेने को लेकर असमंजस में रहेंगे। यदि कोई बड़ा निर्णय लेना हो तो किसी शुभचिंतक की सलाह जरूर लें या फिर संभव हो तो उसे कुछ समय के लिए टाल दें। महिला प्रोफेशनलों को कार्यक्षेत्र में धैर्य से काम लेना होगा। प्रेम संबंधों में भावनाओं में बहने से बचें। जीवनसाथी और ससुराल पक्ष से पूरा सहयोग मिलेगा।
उपाय : गणपति को दूर्वा चढ़ाएं और 'ॐ गं गणपतये नम:' मंत्र का एक माला जप करें।
कर्क
सप्ताह की शुरुआत मौज-मस्ती और मनोरंजन के साथ होगी। सप्ताह के प्रारंभ में ही पिकनिक या पर्यटन का प्रोग्राम बन सकता है। मित्रों एवं परिजनों का पूरा सहयोग मिलेगा। सप्ताह के मध्य में संतान पक्ष की तरफ से कोई सुखद समाचार मिलने से घर में खुशी का माहौल रहेगा। सुख-सुविधाओं से जुड़ी चीजों पर अत्यधिक धन खर्च हो सकता है। किसी प्रभावी व्यक्ति की मदद से भूमि भवन से जुड़ा विवाद समाप्त हो जाने पर सुकून महसूस करेंगे। प्रेम-प्रसंग में प्रगाढ़ता आयेगी। लव पार्टनर के साथ बेहतर समय बिताने का मौका मिलेगा। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी।
उपाय : हनुमान जी की पूजा करें और प्रसाद में चूरमा चढ़ाएं। 'ॐ हं हनुमते नम:' मंत्र का जप करें।
सिंह
इस सप्ताह सिंह राशि के जातकों को सौभाग्य का पूरा साथ मिलेगा। रोजी-रोजगार की दिशा में किये गये प्रयास सफल होंगे। विदेश से संबंधित कार्य करने वालों को लाभ होगा। घर-परिवार में तालमेल बनाकर चलने पर लाभ के अवसर बनेंगे। मित्र या किसी शुभचिंतक की मदद से व्यवसाय में लाभ होगा। कारोबार में कोई नया सहयोगी मिल सकता है। भूमि-भवन के क्रय-विक्रय की योजना बनेगी। लघु एवं कुटीर उद्योग से जुड़े लोगों का समय शुभ है। प्रेम संबंधों में मजबूती आयेगी। लव पार्टनर के साथ मौज-मस्ती करने के अवसर मिलेंगे। सप्ताह के अंत में जीवनसाथी की सेहत को लेकर मन चिंतित रहेगा।
उपाय : उगते हुए सूर्य को नमस्कार करें और तांबे के लोट में रोली और अक्षत डालकर अघ्र्य दे।
कन्या
इस सप्ताह घर-गृहस्थी से जुड़े कार्यों को लेकर व्यस्तता बनी रहेगी। करिअर-कारोबार को लेकर भी मन थोड़ा चिंतित रह सकता है। कार्यक्षेत्र में मित्रों अथवा सहयोगियों की उपेक्षा से मन दु:खी रहेगा। हालांकि किसी भी स्थिति में अपना आपा न खोएं क्योंकि सप्ताह के उत्तरार्ध में चीजें आपके मन मुताबिक होना प्रारंभ हो जाएंगी। इस दौरान आर्थिक समस्याओं को सुलझाने के योग बनेंगे। किसी महिला मित्र की मदद से अटके कार्य पूरे होंगे। प्रेमप्रसंग में आंशिक अनुकूलता ही संभव हो पाएगी। प्रेम संबंधों में किसी तीसरे व्यक्ति के प्रवेश को लेकर मन आशंकित रहेगा। माता की सेहत को लेकर मन चिंतित रहेगा।
उपाय : किसी मंदिर में धार्मिक पुस्तकें दान करें। 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का जप करें।
तुला
इस सप्ताह पास के फायदे में दूर का नुकसान करने से बचें। कार्यक्षेत्र में किसी भी प्रकार की लापरवाही आपके अपमान का कारण बन सकती है। पैतृक संपत्ति को लेकर परिजनों के साथ विवाद की आशंका है। किसी नई योजना या फिर व्यवसाय में सोच-समझकर धन निवेश करें। सप्ताह के उत्तरार्ध में काम-काज को लेकर कुछ आलस्य बना रहेगा। इस दौरान लंबी या फिर छोटी दूरी की यात्रा हो सकती है। प्रेम प्रसंग में ईमानदार रहें। किसी के साथ फ्लर्ट करने से बचें, अन्यथा बने-बनाए प्रेम-संबंध समाप्त हो सकते हैं। दांपत्य जीवन में मीठी नोंक-झोंक चलती रहेगी।
उपाय : किसी आवश्यक कार्य को करने के लिए निकलते समय बढ़ी-बूढ़ी महिला का आशीर्वाद लेकर निकलें। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का पाठ करें।
वृश्चिक
इस सप्ताह मित्रों एवं सहयोगियों का पूरा साथ मिलेगा। लंबे समय से अटके हुए कार्य बनेंगे। रोजी-रोजगार की दिशा में किए गए प्रयास सफल होंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी और स्वास्थ्य भी उत्तम बना रहेगा। किसी बड़े कर्ज से मुक्ति मिलने पर राहत महसूस करेंगे। सप्ताह के मध्य में घर-परिवार में कोई मांगलिक कार्यक्रम संपन्न होगा। धार्मिक-सामाजिक कार्यों में सहभगिता रहेगी। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में सफलता मिलेगी। प्रेम संबंध विवाह में तब्दील हो सकते हैं। मातृपक्ष या ननिहाल पक्ष से लाभ मिल सकता है। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी।
उपाय : श्री हनुमान जी की उपासना करें। मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में लाल रंग की झंडी चढ़ाएं।
धनु
इस सप्ताह धनु राशि के जातकों का अपने चिर-परिचतों पर पूरा प्रभाव बना रहेगा। किसी कार्य या योजना को लेकर किए गये प्रयास सफल होंगे। विभिन्न स्रोतों से आय के योग बनेंगे। लंबी या छोटी दूरी की यात्रा भाग्योदय कारक सबित होगी। करिअर-कारोबार में उन्नति होगी। सप्ताह के मध्य में धार्मिक कार्यों में सहभागिता रहेगी। इस दौरान भगवद्भक्ति में मन रमा रहेगा। मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी होगी। यदि किसी के सामने प्रेम का प्रस्ताव रखने की सोच रहे थे तो आपका प्रयास सफल होगा। परिजनों के साथ सुखद समय व्यतीत होगा।
उपाय : भगवान विष्णु की आराधना करें और प्रतिदिन केसर का तिलक लगाएं।
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह मिला-जुला साबित होगा। सप्ताह की शुरुआत में किसी के साथ वाद-विवाद करने से बचें। कार्यक्षेत्र में सावधानपूर्वक कार्य करें क्योंकि आपकी एक छोटी सी लापरवाही आपके लिए जी का जंजाल साबित हो सकती है। सेहत को लेकर अधिक सावधान रहें। कोई पुराना रोग उभर सकता है। सप्ताह का पूर्वार्ध के मुकाबले उत्तरार्ध कुछ राहत भरा रह सकता है। इस दौरान भविष्य में लाभ दिलाने वाली योजनाओं पर कार्य करने का अवसर मिलेगा। व्यापारियों के लिए साप्ताहांत लाभ के योग बनेंगे। प्रेम संबंधों में कोई ऐसा वादा न करें, जिसे न पूरा कर पाने पर आपको शर्मिंदा होना पड़े। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी।
उपाय : बंदरों को गुड़-चना खिलाएं। सुंदरकांड का पाठ करें।
कुंभ
सप्ताह के प्रारंभ में ही कामकाज के सिलसिले में लंबी या छोटी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। यात्रा सुखद और लाभदायक साबित होगी। चिर-परिचितों के बीच आपका प्रभाव बढ़ेगा और लोग आपके फैसले की सराहना करेंगे। बैंक, बीमा और म्युचुअल फंड आदि का कार्य करने वालों के लिए समय शुभ साबित होगा। नौकरीपेशा लोगों का बहुप्रतीक्षित प्रमोशन या तबादला हो सकता है। राजनीति से जुड़े लोगों को भी बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। सप्ताह के उत्तरार्ध में लेन-देन करते समय अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत रहेगी। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आयेगी। कठिन समय में लव पार्टनर का पूरा साथ मिलेगा। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी।
उपाय : उड़द एवं काले तिल का दान करें। 'ॐ नम: शिवाय नम:' मंत्र का जप करें।
मीन
इस सप्ताह रुके हुए कार्यों में गतिशीलता आयेगी। निरंतर और अधिक भाग्योदय से आर्थिक लाभ होगा और व्यापार में उन्नति होगी। इष्ट-मित्रों का सहयोग मिलेगा। कोर्ट-कचहरी के मामलों में विजय मिलेगी। शत्रु एवं विरोधी को मुंह की खानी पड़ेगी। खुदरा व्यापारियों के लिए समय अच्छा है। सप्ताह के मध्य में घर में किसी प्रिय व्यक्ति के आने से खुशियों का माहौल बना रहेगा। स्त्री एवं संतान पक्ष से सुखद समाचार मिलेगा। प्रेम-प्रसंग में सफलता मिलेगी। लव पार्टनर के साथ सुखद समय व्यतीत करेंगे। जीवनसाथी के साथ घूमने-फिरने का प्रोग्राम बन सकता है।
उपाय : भगवान सूर्य को अघ्र्य दें और प्रतिदिन अपने गुरुमंत्र या फिर इष्टदेव के मंत्र का एक माला जप करें।
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं और शुभाशीष
अंक ज्योतिष के अनुसार आपका मूलांक तीन आता है। यह बृहस्पति का प्रतिनिधि अंक है। आप दार्शनिक स्वभाव के होने के बावजूद एक विशेष प्रकार की स्फूर्ति रखते हैं। आपकी शिक्षा के क्षेत्र में पकड़ मजबूत होगी। आप एक सामाजिक प्राणी हैं। ऐसे व्यक्ति निष्कपट, दयालु एवं उच्च तार्किक क्षमता वाले होते हैं। आप सदैव परिपूर्णता या कहें कि परफेक्शन की तलाश में रहते हैं यही वजह है कि अकसर अव्यवस्थाओं के कारण तनाव में रहते हैं। अनुशासनप्रिय होने के कारण कभी-कभी आप तानाशाह भी बन जाते हैं।
शुभ दिनांक : 3, 12, 21, 30
शुभ अंक : 1, 3, 6, 7, 9,
शुभ वर्ष : 2028, 2030, 2031, 2034, 2043, 2049, 2052,
ईष्टदेव : देवी सरस्वती, देवगुरु बृहस्पति, भगवान विष्णु
शुभ रंग : पीला, सुनहरा और गुलाबी
कैसा रहेगा यह वर्ष
नवीन व्यापार की योजना भी बन सकती है। दांपत्य जीवन में सुखद स्थिति रहेगी। घर या परिवार में शुभ कार्य होंगे। आपके लिए यह वर्ष सुखद है। किसी विशेष परीक्षा में सफलता मिल सकती है। नौकरीपेशा के लिए प्रतिभा के बल पर उत्तम सफलता का है। महत्वपूर्ण कार्य से यात्रा के योग भी है। मित्र वर्ग का सहयोग सुखद रहेगा। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे
No comments:
Post a Comment