Friday, August 7, 2020

How to Avoid Visiting Dentist and Avoid Dental Decay

मजबूत दांत के लिए 

ओरल हाइजीन 

का रखें ध्यान 

  


स्वस्थ सेहत के लिए दांतों को स्वस्थ रखना जरूरी है। 
ऐसे में सवाल यह उठता है कि दांतों की ठीक से सफाई कैसे करें की दांत स्वस्थ रहें? 

अपने पूरे जीवन में मुंह और दांतों की अच्छी तरह से देखभाल करने से समस्याओं को रोकने में मदद मिल सकती है, जैसे कि मजबूत दांत के लिए हर दिन ब्रश करना और फ्लॉस करना और डेंटिस्ट को नियमित रूप से मिलना। आज हम मजबूत दांत पाने के बारे में विस्तार से बात करेंगे। जानेंगे कि दांतों को साफ कैसे रखा जा सकता है।

मजबूत दांत पाने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

 

मजबूत दांत पाने के लिए अपने दांतों को दिन में कम से कम दो बार फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करें। 

मजबूत दांत के लिए दिन में कम से कम एक बार अपने दांतों को फ्लॉस करें।

स्मोकिंग से दूर रहें और न ही तंबाकू या गुटखा चबाएं, तभी आपको मजबूत दांत मिलेंगे।

नियमित रूप से अपने मुंह की जांच करते रहें। अगर, मसूड़ों में किसी तरह की बदलाव या दर्द होता है, तो डेंटिस्ट से संपर्क करें।

किसी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर जो आपको दवाई देते हैं, उसके साइड इफेक्ट्स के बार में जान लें, क्योंकि कुछ दवाओं के सेवन से मुंह में ड्राईनेस शुरू हो सकती है।

बच्चे खेलते वक्त हेडगेअर कैप का इस्तेमाल करें। अगर चोट लगती है, तो इससे चेहरे और दांतों को नुकसान नहीं होगा।

बड़े बच्चों को कम चीनी वाले स्नैक्स खाने के लिए प्रोत्साहित करें, जैसे कि फल, पनीर और सब्जियां।

छोटे बच्चे को चबाने वाली कैंडी की आदत न डालें। इससे उम्र बढ़ने के साथ-साथ दांतों पर बुरा असर हो सकता है।

इससे मजबूत दांत विकसित होने से पहले ही कमजोर हो कर सड़ने लगेंगे।

अपने बच्चों को सिखाएं कि कैसे अपने दांतों को अच्छी तरह से ब्रश करें और इससे क्या-क्या फायदा हो सकता है।

छोटे बच्चे, जो बोतल से दूध पीते हैं, उन्हें सोते हुए बोतल से दूध पीने की आदत न डालें, इससे केविटी की परेशानी छोटी उम्र से ही शुरू हो सकती है।

डेंटिस्ट द्वारा बताए गए माउथ वॉश का इस्तेमाल नियमित रूप से करें

कुछ सवाल जो डेंटिस्ट से जरूर पूछने चाहिए

क्या मैं अपने दांतों को सही तरीके से ब्रश कर रहा हूं?

जिस टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर रहें हैं, वो ठीक है या नहीं ?
क्या रूट कैनाल करवाना सुरक्षित है?

जिस तरह के आहार का सेवन कर रहें हैं, वो ठीक है या नहीं?

डेंटिस्ट से कब-कब मिलना चाहिए?
अगर आपको मुंह या दांत में दर्द है, तो इसे नजरअंदाज न करें। डॉक्टर या डेंटिस्ट से जल्द मिलने की कोशिश करें।

मजबूत दांत के लिए ओरल हाइजीन का रखें ध्यान


दिन में दो बार करें ब्रश

मजबूत दांत पाने का सबसे अच्छा तरीका है कि दांतों को दिन में दो बार ब्रश करना। इससे प्लाक के जमने की संभावना बहुत कम हो जाती है। प्लाक दांतों और मसूड़ों के बीच एक चिपचिपी परत की तरह जमता चला जाता है, जो आगे चल कर दांत दर्द का कारण बनता है। जो दांतों व मसूड़ों को खराब कर कैविटी और सूजन का कारण बनता है। नियमित रूप से ब्रश न करने पर यह परत और भी ठोस होने लगती है, जिसे टार्टर कहते हैं।

टूथब्रश का करें सही चुनाव

टूथब्रश का चुनाव करते समय हमेशा याद रखें कि ब्रश के ब्रिसल्स सॉफ्ट हों। जिससे दांतों की सफाई भी हो जाए और मसूड़ों को नुकसान भी न हो। वहीं, हर तीन महीने में अपना ब्रश जरूर बदल लें। लेकिन अगर ब्रश के ब्रिसल्स उससे पहले भी हार्ड हो जाते हैं तो उसे बदलने में देरी न करें।

टूथपेस्ट चुनें वही, जो दांतों के लिए हो सही

उसी टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें, जिसमें #fluoride की मात्रा पाई जाती हो। इससे दांतों की बाहरी परत इनेमल को मजबूती मिलती है और दांतों को सड़न से बचाने में भी मदद मिलती है। अच्छा टूथपेस्ट दांत दर्द से भी बचाव करता है। अगर माउथवॉश चुन रहे हैं, तब भी फ्लोराइड युक्त माउथवॉश चुनें।

फ्लॉसिंग को न करें इग्नोर

दांतों और मसूड़ों को तो हम ब्रश से साफ कर लेते हैं। लेकिन इसके अलावा कई जगहों पर ब्रश नहीं पहुंच पाता है। इन जगहों की सफाई के लिए फ्लॉसिंग की जाती है। फ्लॉसिंग एक बेहतर विकल्प है। जो दांतों के बीच के हिस्से में पहुंचकर जूठन को बाहर निकालता है।

सही तरीके से करें ब्रश

मजबूत दांत के लिए ब्रश करने का सही तरीका अपनाएं। ब्रश करने का सही तरीका ब्रश को दांतों के इनेमल यानी जोड़ पर ऊपर से नीचे और दाएं से बाएं की ओर करना है। इसके अलावा दांतों की साफ-सफाई के साथ जीभ की सफाई का भी ध्यान रखें।

बढ़ रहे हैं दांतों के मरीज

दांतों की बीमारियां भारत में एक बहुत बड़ी समस्या बनती जा रहीं हैं। भारत में दांतो की खराबी से 60 से 65 प्रतिशत और पेरियोडोंटल बीमारियों (Periodontal diseases) से 50 से 90 प्रतिशत जनसंख्या प्रभावित है।

ज्यादातर दांतों की समस्याएं इनेमल (enamel) पर एसिड के प्रभाव की वजह से होती हैं। जिसका मुख्य कारण आजकल का अनहेल्दी खानपान है। इस कारण लोग मजबूत दांत पाने के बजाए अपने दांत की सेहत को दाव पर लगाते जा रहे हैं।

मजबूत दांत पाने के लिए खाने का भी रखें ख्याल
कुछ भी खाने से पहले यह जरूर जान लें कि वह आपके दांतों या मूसूड़ों पर किस तरह का प्रभाव डाल सकता है।

मजबूत दांत पाने के लिए कोशिश करें कि मीठा कम खाएं।

बाजार में मिलने वाले सॉफ्ट ड्रिंक या कोल्ड ड्रिंक न पिएं, क्योंकि ये आपके मजबूत दांत को कमजोर बनाता है।

दूध या दूध से बनी चीजें, मांस, मछली, प्याज, लहसुन जैसी चीजें दांतों के बीच में फंस सकती हैं। इसलिए खाने के बाद साफ पानी से कुल्ला जरूर करें।

मजबूत दांत पाने के लिए दिन भर पानी की अधिक मात्रा पिएं।

ताजी और रेशेदार सब्जियों का अधिक सेवन करें।

फास्ट फूड से दूरी बनाएं 

धूम्रपान से दूरी बनाएं रहें। तंबाकू खाने से मुंह का कैंसर हो सकता है। इसके अलावा, धूम्रपान मसूड़ों की बीमारी, मुंह से दुर्गंध आना, दांतों का पीला पड़ना जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।

मुंह में ड्राईनेस की समस्या बार-बार आती हो, तो शुगर फ्री गम चबाना लाभकारी हो सकता है। इससे मुंह में लार बनती रहेगी।

मेडिकल सलाह:

अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

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Health Warning and Cautions

Your patience matters as these have no bad side effect. 
सभी टिप्स कारगर है लेकिन यूज करते समय नियमितता ओर धैर्य रखे 
ये होम रिमेडिज है जादू की छडी नही 100% फायदा होता है नुकसान कुछ नही है 
आज की पोस्ट मे बताये नुस्खे के सामान से आपको एलर्जी है तो उसको ना यूज करना आपकी जिम्मेदारी है 
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Thursday, August 6, 2020

How to control wrinkles: Coconut oil a great remedy

झुर्रियां दूर करने के 

आसान घरेलू उपाय 

  

रिंकल्स यानी झुर्रियों को बूढ़ापे की निशानी माना गया है। 
  
इनका सबसे ज्यादा असर चेहरे और हाथों पर दिखता है। बढ़ती उम्र के साथ होने वाली झुर्रियों को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन कम जरूर किया जा सकता है। इसके कई घरेलू उपाय हैं।
  

बढ़ती उम्र के असर को त्वचा पर कम करने में नारियल तेल अहम भूमिका निभा सकता है। वहीं लंबे समय तक सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल किया जाए तो त्वचा को भारी नुकसान भी हो सकता है।

क्यों पड़ती हैं रिंकल्स या झुर्रियां

बढ़ती उम्र के साथ त्वचा पतली और रुखी होने लगती है। इससे लचीलापन कम हो जाता है और त्वचा खुद को डैमेज होने से नहीं बचा पाती है या डैमेज होने के बाद खुद रिकवर नहीं हो पाती है। इस वजह से झुर्रियां दिखाई देने लगती है।
 

आजकल कम उम्र (मसलन 20 साल) में भी झुर्रियां नजर आने लगी हैं। इसके कारण व्यस्त जीवन शैली, तनाव, नींद की कमी और आहार संबंधी लापरवाही हैं।
 

जो लोग लंबे समय तक धूप में काम करते हैं, उनमें झुर्रियां जल्दी असर दिखाती हैं। इसका कारण यह है कि सूर्य की किरणों से त्वचा में मौजूद कोलेजन और इलेस्टिक फाइबर अलग-अलग होने लगते हैं। ये दोनों मिलकर कोशिकाओं को बांधे रखने का काम करते हैं, जिससे त्वचा कसी हुई नजर आती है। इस परत के टूटने से त्वचा कमजोर हो जाती है और झुर्रियां पड़ जाती हैं।

झुर्रियां दूर करने के आसान घरेलू उपाय

झुर्रियां रोकने के घरेलू उपाय सरल और सस्ते हैं। इनमें शामिल हैं- नारियल तेल, बेसन, अरंडी का तेल, विटामिन ई युक्त फल जैसे सेब, पपीता आदि।
नारियल तेल का सही इस्तेमाल किया जाए तो यह त्वचा को पुनर्जन्म दे सकता है। इसके उपयोग के कई तरीके हैं और बिल्कुल सरल हैं। जैसे- नारियल तेल को रात को चेहरे पर लगाकर सोएं और सुबह उठकर चेहरा धो लें। नियमित रूप से ऐसा करने से झुर्रियां कम होने लगती हैं। इसके अलावा नारियल तेल में शहद मिलाएं, चेहरे पर हल्के हाथ से मालिश करें और कुछ देर रखने के बाद ठंडे पानी से धो लें।
नींबू का रस निकाल कर एक बोतल में जमा कर लें। नहाने से पहले रोज माथे, मुंह और आंखों के आसपास इसे लगाएं और 15 मिनट तक रहने दें। इसके बाद ठंडे पानी से धो लें।
  

दही में उड़द दाल का पाउडर मिलाकर पेस्ट बनाएं और चेहरे पर लगाएं। जब पेस्ट सूख जाए तो गीले कॉटन कपड़े से पोंछ लें। कुछ ऐसा ही प्रयोग बेसन के साथ है। बेसन में हल्दी और जैतून का तेल मिलाकर पेस्ट बनाएं और चेहरे पर लगाएं। 20 मिनट बाद चेहरा धो लें।
झुर्रियां कम करने में कुछ फल भी बहुत कारगर हैं जैसे केला, अंगूर, सेब, पपीता। केले का पल्प बनाकर उसमें थोड़ा शहद मिलाएं और चेहरे पर लगाएं। वहीं अंगुर का रस चेहरे पर लगाकर 20 मिनट तक रखें। इससे भी चेहरे की चमक बढ़ेगी। इसी तरह कच्चे सेब को पीसकर मुंह पर लगाएं। 10 से 15 मिनट रखने के बाद कुनकुने पानी से धो लें। चेहरा पूरी तरह साफ लगेगा।
  

पपीता विटामिन ए से भरपूर होता है। इसका पल्प बनाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा में कसावट आती है। इसी तरह, खीरे को पीसकर उसमें थोड़ा-सा दही मिलाएं और इस लेप को लगाएं। सूख जाने पर कुनकुने पानी से धो लें।
इन घरेलू उपायों को नियमित रूप से किया जाए और कुछ सावधनियां बरती जाएं तो चेहरे पर चमक हमेशा बनी रहेंगी। सावधानियां जैसे - खुद को प्रदूषण से बचाएं, अधिक गर्मी या तेज धूप में न निकलें, अपने खान-पान पर ध्यान दें, विटामिन डी की कमी न होने दें, केमिकल वाले सौदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल कम करें या उन्हें बार-बार न बदलें।' 
 









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How to Remove Black Heads from Face and Nose

चेहरे और नाक से ब्लैक हेड्स 

हटाने के आसान उपाय और नुस्खे


चेहरे और नाक पर ब्लैकहेड्स निकलना आम समस्या है। ये ज्यादातर नाक पर और नाक के दोनों तरफ होते है। त्वचा के रोम छिद्रों में मिट्टी और तेल जमा हो जाने से black heads हो जाते है। ये प्राब्लम उन्हें अधिक होती है जिनकी स्किन ऑयली और बेजान हो।

कुछ लोग स्क्रब और ब्यूटी क्रीम से ब्लैक हेड्स को दूर करने के लिए उपाय करते है, पर आप घर पर कुछ आसान देसी घरेलू नुस्खे से नेचुरल स्क्रब बना सकते है। आज हम जानेंगे घरेलू तरीके से ब्लैक हेड्स कैसे हटाये,

ब्लैक हेड्स होने के कारण


प्रदूषण के कारण

ऑयली स्किन

रोम छिद्र बड़े होना

रोम छिद्रों में मिट्टी जमा होना

स्किन केयर ना करना

हार्मोंस में गड़बड़ी

कॉस्मेटिक ब्यूटी प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल करना



ब्लैक हेड्स हटाने के उपाय और तरीके


ग्रीन टी

सेहत के साथ साथ ग्रीन टी skin care में भी काफी उपयोगी है। ग्रीन टी की पत्तियां 1 चम्मच ले और इन्हें पानी में पीस कर इनका पेस्ट बना ले।इस पेस्ट को चेहरे और नाक पर ब्लैक हेड्स पर लगाए और उँगलियों से हल्की मालिश करे। नाक की दोनों और ये लेप 5 मिनट तक लगा कर मालिश करने पर ब्लॅकहेड्स साफ़ होने लगेंगे।

फेस और नोज से ब्लैकहेड्स हटाने में ये उपाय नेचुरल स्क्रब का काम करता है। इस उपाय को नियमित करने पर चेहरे के रोम छिद्रों में जमा आयल बाहर निकलता है।

जैतून का तेल

जिन लोगों की त्वचा रूखी है वो ओटमील और जैतून के तेल को मिलकर एक लेप बना ले और इस्तेमाल करे। इस gharelu upay से ब्लैकहेड्स जल्दी और आसानी से निकल जाते है।

हरा धनिया

ब्लैक हेड्स कैसे हटाये इन हिंदी में हरा धनिया भी उपयोगी है। धनिया की पत्तियां पानी में पीस कर पेस्ट बना ले और थोड़ी हल्दी डाल दे। अब इस लेप को 20 मिनट के लिए face पर लगाए फिर गुनगुने पानी से धो ले।

ब्लैक हेड्स अगर बार बार निकलते है तो इस लेप को हर रोज रात को चेहरे पर लगाए।

दही से ब्लैक हेड्स कैसे दूर करे


दो चम्मच दलिया, तीन चम्मच दही, एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच जैतून का तेल मिला कर पेस्ट बना ले। अब इस होम रेमेडीज को दस मिनट तक चहरे पर लगाए और बाद में चेहरा धो ले।

नींबू का रस

Blackheads hatane में नींबू के रस से भी फायदा मिलता है। दिन में दो से तीन बार नींबू का रस लगाने से ब्लैक हेड्स साफ़ होने लगते है।

चेहरे पर अगर काले दाग और धब्बे हो तो बादाम का तेल में नींबू रस मिला कर प्रयोग करे, दाग धब्बे साफ़ होने लगेंगे।

आलू

घर पर ब्लैक हेड्स दूर करने के लिए कच्चे आलू का भी प्रयोग कर सकते है। कच्चे आलू को काट ले और इसमें अंदर की तरफ छेद कर दे ताकि रस बाहर की तरफ निकल सके। अब इनसे ब्लैक हेड्स पर मसाज करे।

चेहरा सुंदर बनाने और ब्लैक हेड्स हटाने के लिए ये उपाय काफ़ी असरदार है, इससे स्किन भी साफ़ होती है।आलू के 3 से 4 पीस काट कर उनका पेस्ट भी फेस पर लगा सकते है।

नाक के ब्लैक हेड्स हटाने के लिए क्या करें

नाक से ब्लैक हेड्स को दूर करने के लिए अंगूर अच्छी तरह पीस कर पेस्ट बना ले और nose की दोनों तरफ ब्लॅक हेड्स पे लगाए और 15 मिनट बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो ले।

ब्लैक हेड्स दूर करने के लिए थोड़ा सा नमक नींबू के रस में मिला कर प्रयोग करे और 10 मिनट बाद फेस धो ले। नमक की जगह चीनी भी प्रयोग कर सकते है।

संतरे के छिलके को सूखा कर पीस ले और चूर्ण बना ले और इसे ब्लैक हेड वाली जगह पर मले।

टमाटर का गुद्दा फेस पर रगड़ने से फेस साफ़ होता है और ब्लैक हेड्स भी दूर होते है।

हर रोज रात को सोने से पहले चेहरे को अच्छे से साफ़ करे। इससे चेहरे पर ब्लैकहेड्स और पिम्पल्स नहीं होंगे।

केले का छिलका भी ब्लैक हेड्स का इलाज करने में काम आता है। केले के छिलके को ब्लैक हेड वाली जगह पर रगडे।

ब्लैक हेड्स रिमूव करने के लिए टूथपेस्ट की पतली सी परत स्किन पर लगाए और 20 मिनट बाद चेहरे को धो ले। शुरू में टूथ पेस्ट लगाने पर जलन महसूस हो सकती है पर थोड़ी ही देर में ये कम हो जाएगी।

चेहरे पर ब्लैक हेड्स और काले दाग, धुल मिट्टी जमने के कारण होते है और अगर फेस की किसी भी प्रॉब्लम को दूर करना है तो चहरे से ये गंदगी निकलना बहुत ज़रूरी है।

आजकल फेस क्लीन करने के लिए बाज़ार में कई तरह के beauty cream और क्लीन्ज़र आते है पर आप नेचुरल तरीके अपना कर भी चेहरा साफ़ कर सकते है।

5 चम्मच कच्चा दूध एक कप में डाल ले और इसमें रुई भिगो कर अपने चेहरे पर काले धब्बे पर लगाए फिर कुछ देर तक इसे रुई से रगडे। इस उपाय को करने से फेस पर जमी धूल और मिट्टी के कण बाहर निकलते है।

सप्ताह में एक बार चेहरे पर scrub करे। इससे भी धुल मिट्टी साफ़ होती है और ब्लैक हेड्स ख़तम होते है।

मुलतानी मिट्टी के फेस पैक को भी चेहरा सॉफ करने के लिए प्रयोग कर सकते है।

त्वचा के रोम छिद्र खोलने के लिए चेहरे को भाप देना सबसे अच्छा तरीका है।

ब्लैक हेड्स से बचने के तरीके


बेसन के प्रयोग से ब्लैक हेड्स से बच सकते है। एक बर्तन में बेसन और पानी डाल कर पेस्ट बनाये। इस पेस्ट को अब चहरे पर लगाए और हल्की हल्की मालिश करे।

हफ्ते में एक बार ये उपाय कर के ब्लॅक हेड्स से बचा जा सकता है।

अगर पहले से ही आपके face blackheads है तब भी आप इस नुस्खे जो कर सकते है।

चेहरे पर कोई भी ब्यूटी क्रीम लगाने और उपाय करने से पहले इन्हें हाथ या पैर पर एक बार लगा कर चेक करे ताकि किसी भी तरह की स्किन प्रॉब्लम से दूर रहे।


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How to cure burning in heart and stomach

सीने और पेट में तेज जलन हो तो 

जरूरत से ज्यादा भोजन न करें 


पेट और सीने में जलन है तो सौंफ खाने से इसमें आराम मिलता है। सौंफ भोजन को पचाने वाला रस बनाने में मदद करता है इसलिए अगर आप रोज खाने के बाद एक चम्मच सौंफ खाते हैं तो आपका पाचन ठीक रहता है और सीने और पेट में जलन की समस्या नहीं होती है।

अगर सीने में तेज जलन है और तुरंत आराम पाना है तो एक ग्लास पानी में एक नींबू, आधा चम्मच भुने हुए जीरे का पाउडर और नमक डालकर पी लें। इससे जलन में तुरंत आराम मिलेगा और पाचन ठीक होगा। आप चाहें तो आधा चम्मच कच्चा जीरा चबाकर गुनगुना पानी पी लें। 

जरूरत से ज्यादा भोजन न करें


जरूरत से ज्यादा भोजन करने से भी सीने और पेट में जलन होने लगती है। इसलिए एक बार में बहुत ज्यादा खाना खाने के बजाय कई बार में थोड़ा-थोड़ा खाएं, इससे पेट को भोजन पचाने में आसानी रहेगी और जलन की समस्या नहीं होगी। इसके अलावा खाने में तेल मिर्च मसालेदार भोजन से परहेज करें।

अगर जलन ज्यादा तेज है तो तुलसी की पत्तियों को सेवन से इसमें राहत मिलती है। तुलसी की पत्तियां पेट और सीने के जलन को ठीक करती हैं। इसके लिए जलन होने पर 7-8 तुलसी की ताजी पत्तियां तोड़कर अच्छी तरह धुल लें और कच्चा ही चबाकर खाएं। आप चाहें तो इसे पानी में उबालकर और पानी छानकर भी पी सकते हैं।

अगर सीने में अक्सर जलन रहती है और पाचन की शिकायत रहती है तो एलोवेरा का जूस आपके लिए बेहद फायदेमंद है। इसके लिए आप खाना खाने से एक घंटा पहले रोज एलोवेरा जूस पियें। अगर आपको तेज जलन हो रही है तो खाने के आधे घंटे बाद भी इसे पी सकते हैं।

सीने और पेट में जलन की मुख्य वजह भोजन के पाचन के लिए बनने वाले रस की अनियमितता है। इसलिए इस समस्या से आराम के लिए आप रोजाना भोजन के बाद एक छोटा टुकड़ा गुड़ का चूसें। ध्यान रखें इसे जल्दी-जल्दी खाना नहीं है बल्कि धीरे-धीरे चूसना है। इससे पेट की पाचन क्षमता बढ़ती है और जलन में आराम मिलता है।

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How to cure Blood Pressure: Try these Home Remedies

हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए 

अचूक घरेलू उपचार, जरूर आजमाएं 

बी.पी (Blood pressure) कम करने के उपाय 


जो लोग हाई ब्लड प्रेशर के मरीज है, उनके लिए हम बता रहे हैं कुछ ऐसे असरदार घरेलू नुस्खे जो इस समस्या से निजात दिलाने में मदद करेंगे -

1 हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बचने के लिए लहसुन की 2 कलियों को सुबह खाली पेट पानी के साथ चबाकर खाना चाहिए। अगर चबाने में परेशानी हो तो लहसुन के रस की 5-6 बूंद को भी 20 मिली पानी में मिलाकर पी सकते हैं।

2 मेथी और अजवाइन के पानी का इस्तेमाल भी हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए एक चम्मच मेथी और अजवाइन पाउडर को पानी में भिगोकर रख दें और फिर सुबह इस पानी को पी लें।

3 हाई ब्लड प्रेशर से राहत पाने के लिए त्रिफला का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। इसके लिए 20 ग्राम त्रिफला को पानी में भिगा कर रातभर के लिए रख दें, फिर सुबह इस पानी को छानकर उसमें 2 चम्मच शहद मिलाकर पीएं।

4 बताएं गए घरेलू नुस्खों के अलावा हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को अपनी जीवनशैली में बदलाव करना भी जरूरी है। आपको सोने से लेकर योग करने तक का एक समय निश्चित रखना चाहिए।

5 हफ्ते में 3-4 बार पूरे शरीर पर तेल से मालिश कराएं, इससे रक्त संचार बेहतर होता है।

6 तनाव को दूर करने के लिए प्राणायाम करें।

7 हाई ब्लड प्रेशर वालों को भोजन में नमक की मात्रा कम ही रखनी चाहिए।

8 दूध में हल्दी और दालचीनी का मिलाकर पीने से भी फायदा होगा।


बी.पी (Blood pressure) कम करने के उपाय


बढे हुए ब्लड प्रेशर को जल्दी कंट्रोल करने के लिये आधा गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर 2-2 घंटे के अंतर से पीते रहें।

पांच तुलसी के पत्ते तथा दो नीम की पत्तियों को पीसकर 20 ग्राम पानी में घोलकर खाली पेट सुबह पिएं। 15 दिन में लाभ नजर आने लगेगा।

हाई ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए पपीता भी बहुत लाभ करता है, इसे प्रतिदिन खाली पेट चबा-चबाकर खाएं।

नंगे पैर हरी घास पर 10-15 मिनट चलें। रोजाना चलने से ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाता है।

सौंफ, जीरा, शक्‍कर तीनों बराबर मात्रा में लेकर पाउडर बना लें। एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्रण घोलकर सुबह-शाम पीते रहें।

पालक और गाजर का रस मिलाकर एक गिलास रस सुबह-शाम पीयें, लाभ होगा।

करेला और सहजन की फ़ली उच्च रक्त चाप-रोगी के लिये परम हितकारी हैं।

गेहूं व चने के आटे को बराबर मात्रा में लेकर बनाई गई रोटी खूब चबा-चबाकर खाएं, आटे से चोकर न निकालें।

ब्राउन चावल उपयोग में लाएं। यह उच्च रक्त चाप रोगी के लिये बहुत ही लाभदायक भोजन है।

प्याज और लहसुन की तरह अदरक भी काफी फायदेमंद होता है। इनसे धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है।

तीन ग्राम मेथीदाना पावडर सुबह-शाम पानी के साथ लें। इसे पंद्रह दिनों तक लेने से लाभ मालूम होता है। 

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Tuesday, August 4, 2020

सुंदर और जवान बने रहने के आसान उपाय व नुस्खे

सालों तक सुंदर और जवान बने
रहने के आसान उपाय व नुस्खे




व्यक्ति हो या महिला कोई भी बूढ़ा नहीं होना चाहता, हर कोई हमेशा जवान रहना चाहता है। बढ़ती हुई उम्र को छुपाना मुश्किल होता है। सफ़ेद बालों को तो कलर और डाई से काले कर सकते है पर चेहरे की झाइयां और ढीली त्वचा से उम्र का पता लग ही जाता है। उम्र से कम दिखने के उपायकरने, सुंदर दिखने और चेहरे की सुन्दरता के लिए कुछ लोग क्रीम और दवा का सहारा लेते है पर आप कुछ देसी आयुर्वेदिक नुस्खे और घरेलू ब्यूटी टिप्स अपना कर आसान तरीके से घर पर ही खूबसूरत और सदा जवान दिखने के लिए उपाय कर सकते है। 



हम अगर अपने आसपास नजर घुमाए तो देखेंगे की 40 की उम्र के व्यक्ति और महिला के दो से तीन बच्चे होते है, सिर के आधे से जादा बाल उड़ गए होते है और चेहरे पर झुर्रियां दिखने लगती है और अगर आप फिल्मों में काम करने वाले हीरो और हीरोइन को देखें तो वे अपनी उम्र से भी आधी उम्र के दिखते है। 

उम्र से कम दिखने में मेकअप का भी बहुत योगदान है पर आप नेचुरल तरीके अपना कर बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम कर सकते है। हमेशा जवान दिखने के लिए कुछ नियमों का पालन करना भी जरुरी है जिसकी जानकारी कम लोगों को ही होती है। आज इस लेख में युवा रहने के उपाय के साथ साथ उन नियमों के बारे में भी जानेंगे।

आयुर्वेद के अनुसार शरीर स्वस्थ रखने और पाचन शक्ति मजबूत बनाने के लिए प्रतिदिन 1 आंवला जरूर खाना चाहिए। चेहरे और बालों के लिए भी आंवला बहुत उपयोगी है। हर रोज एक आंवला खाने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया (anti ageing process) धीमा होने लगता है। 



जवान रहने के लिए हर रोज पपीते के टुकड़े चेहरे पर मले और इसके बाद चेहरा धो ले। इस घरेलू नुस्खे से चेहरे में जमा धूल मिट्टी के कण साफ़ होने लगते है, साथ ही चेहरे से झाइयां गायब होने लगती है और निखार आता है।

कोकोआ चॉकलेट में विटामिन बी और प्रोटीन होता है, डार्क चॉकलेट अगर थोड़ी थोड़ी मात्रा में खाया जाये तो बॉडी फैट बर्न करने में मदद मिलती है। साथ ही बाल और skin सुंदर रहती है।

ज्यादा तनाव और गुस्से से व्यक्ति समय से पहले ही बूढ़ा दिखने लगता है। मानसिक चिंता का असर त्वचा पर साफ़ दिखता है। इसलिए खुद को तनाव से दूर रखे। इसके लिए मेडिटेशन का सहारा भी ले सकते है।

लम्बे समय तक जवान बने रहने के लिए अलसी का सेवन रामबाण इलाज है। इसमें ओमेगा फ़ेट्टी एसीड प्रचुर मात्रा में होता है। अलसी के बीज पीस कर इसका चूर्ण बना ले और हर रोज सुबह थोड़ा सा चूर्ण पानी के साथ ले।

दो से तीन बूंद गुलाब जल, तीन से चार ग्लिसरीन की बूंदे और आधा चम्मच निम्बू का रस मिला कर रात को सोने से पहले रुई की मदद से चेहरे पर लगाए। चेहरे की झाइयां हटाने के लिये ये घरेलू क्रीम की तरह है जिससे त्वचा में कसाव आयेगा और त्वचा साफ़ भी होगी। 

इसके इलावा एक चम्मच दही, एक चम्मच गुलाब जल और एक चम्मच शहद मिला कर इसमें पका हुआ एक केला मिला दे और अपने चेहरे पर 15 मिनट के लिए लगा कर रखे। इस उपाय से भी चेहरे की झुर्रियां साफ़ होने लगती है।

गेहूँ का ज्वारा जिसे अंग्रेजी में हम wheatgrass के नाम से जानते है, इसे पृथ्वी की संजीवनी बूटी भी कहा जाता है। आंवले की ही तरह गेहूँ के ज्वारे में भी उम्र बढ़ने की रफ़्तार धीमा करने के गुण होते है। हर रोज इसके सेवन से आप सेहतमंद रहेंगे और लम्बे समय तक young दिखेंगे।

नारियल में मिनरल्स और विटामिन भरपूर मात्रा में मौजूद होते है जो स्किन को नमी देने के साथ साथ स्किन को स्वस्थ और जवान भी बनाती है। नारियल का दूध और कच्चा नारियल 15 मिनट तक फेस पर लगाए फिर धो ले। इस उपाय से face glowing होता है और झाइयों से भी छुटकारा मिलता है।

सोने से पहले रात को मूंग की दाल भिगो कर रखे। सुबह ये जब अंकुरित हो जाए तब इसे चबा चबा कर खाएं। मूंग दाल में विटामिन ई प्रयाप्त मात्रा में होता है जो उम्र ढलने की रफ़्तार धीमा करने में उपयोगी है।

जवान रहने के लिए क्या खाएं


चेहरे की सुन्दरता बनाये रखने और हमेशा जवान दिखने के लिए जरुरी है की आप ऐसा भोजन खाएं जो जिसमे पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मौजूद हो। हरी सब्जियां, फल और दूध अपने आहार में शामिल करे। इनसे शरीर को ताकत और त्वचा को जरुरी पोषण मिलता है और स्किन हमेशा स्वस्थ व फ्रेश रहती है।

पपीता, तरबूज, अनानास, आम, आंवला, निम्बू, संतरा फूलगोभी, टमाटर, हरी मिर्च के नियमित सेवन से शरीर जल्दी बुढ़ापे से प्रभावित नहीं होता।

राजमा में पोटैशियम और फाइबर्स अधिक होते है और इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम रहता है जिससे दिल की बीमारियां दूर रहती है। इसके इलावा राजमा में प्रोटीन भी अधिक होता है।

एवोकैडो जिसे मखनफल के नाम से भी जानते है इस फल में विटामिन ई और एंटी ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होता है जो त्वचा को जवान और तरोताजा बनाये रखने में उपयोगी है।

ब्रॉकली में फाइबर्स और विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होते है जिसके सेवन से वजन कण्ट्रोल में रहता है और दिल के रोगों से लड़ने में मदद मिलती है।

ब्ल्यूबेरी में विटामिन सी होता है जिसके सेवन से खून का संचार ठीक होता है और उम्र बढ़ने की गति धीमी होती है।

चेहरे की झुर्रियां बढ़ती उम्र का प्रमुख लक्षण है। दिन भर में 3 से 4 लीटर पानी पिए इससे झाइयों की समस्या दूर होती है और शरीर कई रोगों से बचा रहता है।

उम्र से कम दिखने के लिए योग

उम्र कम दिखने के उपाय में चेहरे की झाइयां हटाना और इन्हें आने से रोकना सबसे अहम् है। इसके लिए चेहरे की एक्सरसाइज और योग कर सकते है।

अंग्रेजी के अक्षर O और E बोले, इससे आप का चेहरा एक बार सिकुड़ेगा और एक बार फैलेगा। इस व्यायाम को आप 5 से 7 मिनट तक करे और इसके बाद अपने होठों को ऐसे बनाए जैसे की आप सिटी बजा रहे हो। ये दोनों प्रक्रिया दिन में 10 से 15 मिनट जरूर करे।

शरीर को स्वस्थ रखने के लिये सुबह की सैर, शाम की सैर और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।

सदा जवान बने रहने के टिप्स



जवान और ख़ूबसूरत दिखने के लिए अच्छी नींद लेना चाहिए पर इसके लिए देर तक सोने की बजाय जल्दी सोने और जल्दी उठने की आदत अपनाये। सुबह जल्दी उठने से कई प्रकार के रोग दूर रहते है और शरीर भी सेहतमंद रहता है। अधिक उम्र मर भी जवान दिखने के लिए सुबह जल्दी उठ कर योग और एक्सरसाइज करे।

भोजन करते वक़्त और भोजन करने के तुरंत बाद पानी पिने की आदत छोड़े।

खाने पीने के गलत तरीके और खाने पिने की बुरी आदतों को सुधारे और धूम्रपान शराब के सेवन से भी दूर रहे।

हर रोज रात को सोने से पहले तांबे के बर्तन में पानी भर कर रखे और सुबह खली पेट इसी बर्तन से पानी पिए। इस उपाय से पेट की गैस और एसिडिटी नहीं होती और साथ ही चेहरे पर निखार आता है।

ज्यादा मीठा और ज्यादा नमक के सेवन से परेहज करे।

सदा जवान बने रहने के लिए बॉडी फिटनेस के साथ साथ मेंटल फिटनेस भी बहुत जरुरी है इसलिए खुद को मेंटली भी फिट और एक्टिव रखे।




Saturday, August 1, 2020

Ayurveda and Yoga may eliminate Covid-19, say experts

योग एवं आयुर्वेद को अपनाकर पूरी मानव जाति एक स्वस्थ और 
लाभप्रद जीवन यापन कर सकती है - प्रो. दिनेश्वर प्रसाद

आयुर्वेद के इतिहास से पता चलता है कि हर 100 साल में इस तरह की महामारी आती है, जिसका मुकाबला करने के लिए आयुर्वेद के ग्रंथों में विस्तृत वर्णन किया गया है और इस महामारी से बचने के लिए उपाय बताए गए हैं - प्रो. दिनेश्वर प्रसाद
कोरोना महामारी : योग एवं आयुर्वेद की नजर में
विषय पर वेबिनार का किया आयोजन



सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) एवं रिजिनल आउट रीच ब्यूरो(आरओबी)पटना द्वारा "कोरोना महामारी: योग एवं आयुर्वेद की नजर में" विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पीआईबी, पटना के अपर महानिदेशक श्री शैलेश कुमार मालवीय एवं सह-अध्यक्षता निदेशक श्री दिनेश कुमार ने किया।
वेबिनार के मुख्य अतिथि वक्ता के तौर पर राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल, पटना के प्रिंसिपल प्रोफेसर श्री दिनेश्वर प्रसाद शामिल हुए थें। अन्य अतिथि वक्ताओं में राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, पटना के स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग के विभागाध्यक्ष योगाचार्य प्रोफेसर श्री गंगाधर सिंह एवं हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर श्री शंकर कुमार ने हिस्सा लिया। इसके अतिरिक्त आरओबी एवं दूरदर्शन (न्यूज), पटना के निदेशक श्री विजय कुमार एवं पटना के जाने-माने आयुर्वेद चिकित्सक तथा छात्र-छात्राएं भी वेबिनार के दौरान मौजूद थें।



पीआईबी, पटना के निदेशक श्री दिनेश कुमार ने अपने विषय प्रवेश संबोधन में कोरोना महामारी में आयुर्वेद और योग के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि चूंकि कोरोना वायरस का अब तक कोई दवा या टीका नहीं बना है, इसलिए इसमें तरह-तरह के सुझाव और उपाय बताए जा रहे हैं। योग एवं आयुर्वेद से जुड़ी हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति कोरोना जैसी महामारी में एक वरदान साबित हो सकती है। उन्होंने आयुर्वेद में वर्णित चिकित्सा पद्धतियों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।


मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में वेबिनार को संबोधित करते हुए राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल, पटना के प्रिंसिपल श्री दिनेश्वर प्रसाद ने अपने संबोधन में आयुर्वेद और योग को आम लोगों के जीवन में योगदान पर विस्तार से चर्चा किया। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद को अपनाकर पूरी मानव जाति एक स्वस्थ और लाभप्रद जीवन यापन कर सकती है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के इतिहास से पता चलता है कि हर 100 साल में इस तरह की महामारी आती है, जिसका मुकाबला करने के लिए आयुर्वेद के ग्रंथों में विस्तृत वर्णन किया गया है और इस महामारी से बचने के लिए उपाय बताए गए हैं।
राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल,
पटना के प्रिंसिपल श्री दिनेश्वर प्रसाद



श्री प्रसाद ने आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में कोरोना जैसी बीमारी से बचने के लिए बहुत तरह की जड़ी-बूटियों के प्रयोग के बारे में बताया। जैसे काढ़ा, गिलोय, पंचगोल, आंवला, बाकस, पंचकर्म इत्यादि। उन्होंने कहा कि हम इन जड़ी-बूटियों के सही मिश्रण के प्रयोग करके कोरोना और दूसरी वायरल बीमारियों से बच सकते हैं।



अतिथि वक्ता के रूप में राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, पटना के स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग के विभागाध्यक्ष योगाचार्य प्रोफेसर श्री गंगाधर सिंह ने कोरोना और दूसरी वायरल बीमारियों से बचने के लिए विभिन्न प्रकार के आसन-योगासन और प्राणायाम के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री गंगाधर ने कहा कि कोरोना में ज्यादातर लोग सांस की परेशानी से मर रहे हैं। आयुर्वेद के ग्रंथों में सांस को सही करने के लिए बहुत से आसान उपाए बताए गए हैं, जिसको अपनाकर हम इस बीमारी से बच सकते हैं। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कोरोना महामारी से बचने के लिए कुछ कारगर योगासन और प्राणायाम का लाइव डेमो देकर समझाने की कोशिश की। उन्होंने आयुष मंत्रालय द्वारा बताए गए योग-प्राणायाम के प्रोटोकॉल की भी चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रोटोकॉल के हिसाब से बताए गए क्रम में योग- प्राणायाम करने से समुचित लाभ मिलता है क्योंकि इसका वैज्ञानिक आधार है।



अतिथि वक्ता के रूप में हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर श्री शंकर कुमार ने कोरोना महामारी में आयुर्वेद और योग के विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने कोविड-19 से लड़ने के लिए प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धतियों का विश्लेषणात्मक उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद में हम डायग्नोसिस के बजाय प्रोगनोसिस करते हैं। उन्होंने कोविड-19 के विश्वव्यापी प्रसार के मानचित्र का विश्लेषण करते हुए आयुर्वेद में वर्णित जांगल और अनूप प्रदेश से इसकी साम्यता और संबंध का भी जिक्र किया।


कार्यक्रम का संचालन पत्र सूचना कार्यालय के सहायक निदेशक श्री संजय कुमार एवं सह-संचालन फील्ड आउटरीच ब्यूरो, छपरा के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री पवन कुमार ने किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन पत्र सूचना कार्यालय के सूचना सहायक श्री इफ्तेखार आलम ने दिया।