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Tuesday, August 4, 2020

सुंदर और जवान बने रहने के आसान उपाय व नुस्खे

सालों तक सुंदर और जवान बने
रहने के आसान उपाय व नुस्खे




व्यक्ति हो या महिला कोई भी बूढ़ा नहीं होना चाहता, हर कोई हमेशा जवान रहना चाहता है। बढ़ती हुई उम्र को छुपाना मुश्किल होता है। सफ़ेद बालों को तो कलर और डाई से काले कर सकते है पर चेहरे की झाइयां और ढीली त्वचा से उम्र का पता लग ही जाता है। उम्र से कम दिखने के उपायकरने, सुंदर दिखने और चेहरे की सुन्दरता के लिए कुछ लोग क्रीम और दवा का सहारा लेते है पर आप कुछ देसी आयुर्वेदिक नुस्खे और घरेलू ब्यूटी टिप्स अपना कर आसान तरीके से घर पर ही खूबसूरत और सदा जवान दिखने के लिए उपाय कर सकते है। 



हम अगर अपने आसपास नजर घुमाए तो देखेंगे की 40 की उम्र के व्यक्ति और महिला के दो से तीन बच्चे होते है, सिर के आधे से जादा बाल उड़ गए होते है और चेहरे पर झुर्रियां दिखने लगती है और अगर आप फिल्मों में काम करने वाले हीरो और हीरोइन को देखें तो वे अपनी उम्र से भी आधी उम्र के दिखते है। 

उम्र से कम दिखने में मेकअप का भी बहुत योगदान है पर आप नेचुरल तरीके अपना कर बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम कर सकते है। हमेशा जवान दिखने के लिए कुछ नियमों का पालन करना भी जरुरी है जिसकी जानकारी कम लोगों को ही होती है। आज इस लेख में युवा रहने के उपाय के साथ साथ उन नियमों के बारे में भी जानेंगे।

आयुर्वेद के अनुसार शरीर स्वस्थ रखने और पाचन शक्ति मजबूत बनाने के लिए प्रतिदिन 1 आंवला जरूर खाना चाहिए। चेहरे और बालों के लिए भी आंवला बहुत उपयोगी है। हर रोज एक आंवला खाने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया (anti ageing process) धीमा होने लगता है। 



जवान रहने के लिए हर रोज पपीते के टुकड़े चेहरे पर मले और इसके बाद चेहरा धो ले। इस घरेलू नुस्खे से चेहरे में जमा धूल मिट्टी के कण साफ़ होने लगते है, साथ ही चेहरे से झाइयां गायब होने लगती है और निखार आता है।

कोकोआ चॉकलेट में विटामिन बी और प्रोटीन होता है, डार्क चॉकलेट अगर थोड़ी थोड़ी मात्रा में खाया जाये तो बॉडी फैट बर्न करने में मदद मिलती है। साथ ही बाल और skin सुंदर रहती है।

ज्यादा तनाव और गुस्से से व्यक्ति समय से पहले ही बूढ़ा दिखने लगता है। मानसिक चिंता का असर त्वचा पर साफ़ दिखता है। इसलिए खुद को तनाव से दूर रखे। इसके लिए मेडिटेशन का सहारा भी ले सकते है।

लम्बे समय तक जवान बने रहने के लिए अलसी का सेवन रामबाण इलाज है। इसमें ओमेगा फ़ेट्टी एसीड प्रचुर मात्रा में होता है। अलसी के बीज पीस कर इसका चूर्ण बना ले और हर रोज सुबह थोड़ा सा चूर्ण पानी के साथ ले।

दो से तीन बूंद गुलाब जल, तीन से चार ग्लिसरीन की बूंदे और आधा चम्मच निम्बू का रस मिला कर रात को सोने से पहले रुई की मदद से चेहरे पर लगाए। चेहरे की झाइयां हटाने के लिये ये घरेलू क्रीम की तरह है जिससे त्वचा में कसाव आयेगा और त्वचा साफ़ भी होगी। 

इसके इलावा एक चम्मच दही, एक चम्मच गुलाब जल और एक चम्मच शहद मिला कर इसमें पका हुआ एक केला मिला दे और अपने चेहरे पर 15 मिनट के लिए लगा कर रखे। इस उपाय से भी चेहरे की झुर्रियां साफ़ होने लगती है।

गेहूँ का ज्वारा जिसे अंग्रेजी में हम wheatgrass के नाम से जानते है, इसे पृथ्वी की संजीवनी बूटी भी कहा जाता है। आंवले की ही तरह गेहूँ के ज्वारे में भी उम्र बढ़ने की रफ़्तार धीमा करने के गुण होते है। हर रोज इसके सेवन से आप सेहतमंद रहेंगे और लम्बे समय तक young दिखेंगे।

नारियल में मिनरल्स और विटामिन भरपूर मात्रा में मौजूद होते है जो स्किन को नमी देने के साथ साथ स्किन को स्वस्थ और जवान भी बनाती है। नारियल का दूध और कच्चा नारियल 15 मिनट तक फेस पर लगाए फिर धो ले। इस उपाय से face glowing होता है और झाइयों से भी छुटकारा मिलता है।

सोने से पहले रात को मूंग की दाल भिगो कर रखे। सुबह ये जब अंकुरित हो जाए तब इसे चबा चबा कर खाएं। मूंग दाल में विटामिन ई प्रयाप्त मात्रा में होता है जो उम्र ढलने की रफ़्तार धीमा करने में उपयोगी है।

जवान रहने के लिए क्या खाएं


चेहरे की सुन्दरता बनाये रखने और हमेशा जवान दिखने के लिए जरुरी है की आप ऐसा भोजन खाएं जो जिसमे पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मौजूद हो। हरी सब्जियां, फल और दूध अपने आहार में शामिल करे। इनसे शरीर को ताकत और त्वचा को जरुरी पोषण मिलता है और स्किन हमेशा स्वस्थ व फ्रेश रहती है।

पपीता, तरबूज, अनानास, आम, आंवला, निम्बू, संतरा फूलगोभी, टमाटर, हरी मिर्च के नियमित सेवन से शरीर जल्दी बुढ़ापे से प्रभावित नहीं होता।

राजमा में पोटैशियम और फाइबर्स अधिक होते है और इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम रहता है जिससे दिल की बीमारियां दूर रहती है। इसके इलावा राजमा में प्रोटीन भी अधिक होता है।

एवोकैडो जिसे मखनफल के नाम से भी जानते है इस फल में विटामिन ई और एंटी ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होता है जो त्वचा को जवान और तरोताजा बनाये रखने में उपयोगी है।

ब्रॉकली में फाइबर्स और विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होते है जिसके सेवन से वजन कण्ट्रोल में रहता है और दिल के रोगों से लड़ने में मदद मिलती है।

ब्ल्यूबेरी में विटामिन सी होता है जिसके सेवन से खून का संचार ठीक होता है और उम्र बढ़ने की गति धीमी होती है।

चेहरे की झुर्रियां बढ़ती उम्र का प्रमुख लक्षण है। दिन भर में 3 से 4 लीटर पानी पिए इससे झाइयों की समस्या दूर होती है और शरीर कई रोगों से बचा रहता है।

उम्र से कम दिखने के लिए योग

उम्र कम दिखने के उपाय में चेहरे की झाइयां हटाना और इन्हें आने से रोकना सबसे अहम् है। इसके लिए चेहरे की एक्सरसाइज और योग कर सकते है।

अंग्रेजी के अक्षर O और E बोले, इससे आप का चेहरा एक बार सिकुड़ेगा और एक बार फैलेगा। इस व्यायाम को आप 5 से 7 मिनट तक करे और इसके बाद अपने होठों को ऐसे बनाए जैसे की आप सिटी बजा रहे हो। ये दोनों प्रक्रिया दिन में 10 से 15 मिनट जरूर करे।

शरीर को स्वस्थ रखने के लिये सुबह की सैर, शाम की सैर और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।

सदा जवान बने रहने के टिप्स



जवान और ख़ूबसूरत दिखने के लिए अच्छी नींद लेना चाहिए पर इसके लिए देर तक सोने की बजाय जल्दी सोने और जल्दी उठने की आदत अपनाये। सुबह जल्दी उठने से कई प्रकार के रोग दूर रहते है और शरीर भी सेहतमंद रहता है। अधिक उम्र मर भी जवान दिखने के लिए सुबह जल्दी उठ कर योग और एक्सरसाइज करे।

भोजन करते वक़्त और भोजन करने के तुरंत बाद पानी पिने की आदत छोड़े।

खाने पीने के गलत तरीके और खाने पिने की बुरी आदतों को सुधारे और धूम्रपान शराब के सेवन से भी दूर रहे।

हर रोज रात को सोने से पहले तांबे के बर्तन में पानी भर कर रखे और सुबह खली पेट इसी बर्तन से पानी पिए। इस उपाय से पेट की गैस और एसिडिटी नहीं होती और साथ ही चेहरे पर निखार आता है।

ज्यादा मीठा और ज्यादा नमक के सेवन से परेहज करे।

सदा जवान बने रहने के लिए बॉडी फिटनेस के साथ साथ मेंटल फिटनेस भी बहुत जरुरी है इसलिए खुद को मेंटली भी फिट और एक्टिव रखे।




Saturday, August 1, 2020

Ayurveda and Yoga may eliminate Covid-19, say experts

योग एवं आयुर्वेद को अपनाकर पूरी मानव जाति एक स्वस्थ और 
लाभप्रद जीवन यापन कर सकती है - प्रो. दिनेश्वर प्रसाद

आयुर्वेद के इतिहास से पता चलता है कि हर 100 साल में इस तरह की महामारी आती है, जिसका मुकाबला करने के लिए आयुर्वेद के ग्रंथों में विस्तृत वर्णन किया गया है और इस महामारी से बचने के लिए उपाय बताए गए हैं - प्रो. दिनेश्वर प्रसाद
कोरोना महामारी : योग एवं आयुर्वेद की नजर में
विषय पर वेबिनार का किया आयोजन



सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) एवं रिजिनल आउट रीच ब्यूरो(आरओबी)पटना द्वारा "कोरोना महामारी: योग एवं आयुर्वेद की नजर में" विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पीआईबी, पटना के अपर महानिदेशक श्री शैलेश कुमार मालवीय एवं सह-अध्यक्षता निदेशक श्री दिनेश कुमार ने किया।
वेबिनार के मुख्य अतिथि वक्ता के तौर पर राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल, पटना के प्रिंसिपल प्रोफेसर श्री दिनेश्वर प्रसाद शामिल हुए थें। अन्य अतिथि वक्ताओं में राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, पटना के स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग के विभागाध्यक्ष योगाचार्य प्रोफेसर श्री गंगाधर सिंह एवं हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर श्री शंकर कुमार ने हिस्सा लिया। इसके अतिरिक्त आरओबी एवं दूरदर्शन (न्यूज), पटना के निदेशक श्री विजय कुमार एवं पटना के जाने-माने आयुर्वेद चिकित्सक तथा छात्र-छात्राएं भी वेबिनार के दौरान मौजूद थें।



पीआईबी, पटना के निदेशक श्री दिनेश कुमार ने अपने विषय प्रवेश संबोधन में कोरोना महामारी में आयुर्वेद और योग के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि चूंकि कोरोना वायरस का अब तक कोई दवा या टीका नहीं बना है, इसलिए इसमें तरह-तरह के सुझाव और उपाय बताए जा रहे हैं। योग एवं आयुर्वेद से जुड़ी हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति कोरोना जैसी महामारी में एक वरदान साबित हो सकती है। उन्होंने आयुर्वेद में वर्णित चिकित्सा पद्धतियों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।


मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में वेबिनार को संबोधित करते हुए राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल, पटना के प्रिंसिपल श्री दिनेश्वर प्रसाद ने अपने संबोधन में आयुर्वेद और योग को आम लोगों के जीवन में योगदान पर विस्तार से चर्चा किया। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद को अपनाकर पूरी मानव जाति एक स्वस्थ और लाभप्रद जीवन यापन कर सकती है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के इतिहास से पता चलता है कि हर 100 साल में इस तरह की महामारी आती है, जिसका मुकाबला करने के लिए आयुर्वेद के ग्रंथों में विस्तृत वर्णन किया गया है और इस महामारी से बचने के लिए उपाय बताए गए हैं।
राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल,
पटना के प्रिंसिपल श्री दिनेश्वर प्रसाद



श्री प्रसाद ने आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में कोरोना जैसी बीमारी से बचने के लिए बहुत तरह की जड़ी-बूटियों के प्रयोग के बारे में बताया। जैसे काढ़ा, गिलोय, पंचगोल, आंवला, बाकस, पंचकर्म इत्यादि। उन्होंने कहा कि हम इन जड़ी-बूटियों के सही मिश्रण के प्रयोग करके कोरोना और दूसरी वायरल बीमारियों से बच सकते हैं।



अतिथि वक्ता के रूप में राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, पटना के स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग के विभागाध्यक्ष योगाचार्य प्रोफेसर श्री गंगाधर सिंह ने कोरोना और दूसरी वायरल बीमारियों से बचने के लिए विभिन्न प्रकार के आसन-योगासन और प्राणायाम के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री गंगाधर ने कहा कि कोरोना में ज्यादातर लोग सांस की परेशानी से मर रहे हैं। आयुर्वेद के ग्रंथों में सांस को सही करने के लिए बहुत से आसान उपाए बताए गए हैं, जिसको अपनाकर हम इस बीमारी से बच सकते हैं। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कोरोना महामारी से बचने के लिए कुछ कारगर योगासन और प्राणायाम का लाइव डेमो देकर समझाने की कोशिश की। उन्होंने आयुष मंत्रालय द्वारा बताए गए योग-प्राणायाम के प्रोटोकॉल की भी चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रोटोकॉल के हिसाब से बताए गए क्रम में योग- प्राणायाम करने से समुचित लाभ मिलता है क्योंकि इसका वैज्ञानिक आधार है।



अतिथि वक्ता के रूप में हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर श्री शंकर कुमार ने कोरोना महामारी में आयुर्वेद और योग के विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने कोविड-19 से लड़ने के लिए प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धतियों का विश्लेषणात्मक उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद में हम डायग्नोसिस के बजाय प्रोगनोसिस करते हैं। उन्होंने कोविड-19 के विश्वव्यापी प्रसार के मानचित्र का विश्लेषण करते हुए आयुर्वेद में वर्णित जांगल और अनूप प्रदेश से इसकी साम्यता और संबंध का भी जिक्र किया।


कार्यक्रम का संचालन पत्र सूचना कार्यालय के सहायक निदेशक श्री संजय कुमार एवं सह-संचालन फील्ड आउटरीच ब्यूरो, छपरा के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री पवन कुमार ने किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन पत्र सूचना कार्यालय के सूचना सहायक श्री इफ्तेखार आलम ने दिया।




Monday, July 27, 2020

How to cure many ills without pills, take ginger

Ginger and its benefit

How to cure many ills without pills
Ginger can do wonders if taken in appropriate quantity

 


अदरक के आयुर्वेदिक उपचार


खांसी के लिए

खांसी में अदरक बहुत फायदेमंद होता है। खांसी आने पर अदरक के छोटे टुकडे को बराबर मात्रा में शहद के साथ गर्म करके दिन में दो बार सेवन कीजिए। इससे खांसी आना बंद हो जाएगा और गले की खराश भी समाप्त होगी।

 

भूख की कमी के लिए

अगर भूख लगने में दिक्कत हो रही हो तो अदरक का नियमित सेवन करने से भूख न लगने की समस्या का निजात मिल जाएगा। अदरक को बारीक काटकर, थोडा सा नमक लगाकर दिन में एक बार लगातार आठ दिन तक खाइए। इससे पेट साफ होगा और ज्यादा भूख लगेगी।

 

हाजमे के लिए

पेट और कब्ज की समस्या के लिए अदरक बहुत फायदेमंद है। अदरक को अजवाइन और नींबू के रस के साथ थोडा सा नमक मिलाकर खाइए। इससे पेट का दर्द ठीक होगा और खट्टी-मीठी डकार आना बंद हो जाएगी।

 

उल्टी के लिए

अगर बार-बार उल्टी आ रही हो तो अदरक को प्याज के रस के साथ दो चम्मच पिला दीजिए। इससे उल्टी आना बंद हो जाएगी।

 

सर्दी और जुकाम

सर्दी और जुकाम में अदरक बहुत फायदेमंद है। सर्दी होने पर अदरक की चाय पीने से फायदा होता है। इसके अलावा अदरक के रस को शहद में मिलाकर गर्म करके पीने से फायदा होता है।


::__::

Health Warning and Cautions.

Your patience matters as these have no bad side effect.

सभी टिप्स कारगर है लेकिन यूज करते समय नियमितता ओर धैर्य रखे

ये होम रिमेडिज है जादू की छडी नही 100% फायदा होता है नुकसान कुछ नही है

आज की पोस्ट मे बताये नुस्खे के सामान से आपको एलर्जी है तो उसको ना यूज करना आपकी जिम्मेदारी है

Please keep posting about your personal experience so that we can help you look more attractive, healthy and smart.

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Marathi Translation

आले आणि त्याचा फायदा
गोळ्याशिवाय बर्‍याच आजारांना कसे बरे करावे
योग्य प्रमाणात घेतल्यास आले चमत्कार करू शकते

 


अदरकची आयुर्वेदिक उपचार

खांसीसाठी

खांसी मध्ये अदरक खूप फायदेमंद आहे. खांसी येताना अदरकच्या लहान तुकड्यावर बराबर प्रमाणात शहदाच्या दिवसात दोनदा तपासणी चालू असते. खांसी आना बंद होणारी आणि ग्लेची खराशही संपेल.

भूख कमी

जर भूक लग्नेमध्ये डिक्कीट असेल तर अदरकच्या नियमित समस्येपासून भूख न लागणेची समस्या निराकरण होईल. अदरकचा रात्रीचा कटकर, थोडा सा नमक लागणारा दिवसात एकदा सतत आठवडाभर खायला. पेट साफ होईल आणि जास्त भूख लागी.

हाजमे साठी

पेट आणि अडचणी समस्या अदरक खूप फायदा आहे. अदरकचा अजवाइन आणि निंबूचा रस थोडा सा नमक मिलाकर खाया. पेट दुखणे ठीक आहे आणि खट्टी-मीठी डकार आना बंद होइल.

 उल्टी साठी

जेव्हा बार-बार उल्टी होती तेव्हा अदरकच्या गोंडस रसांसह दोन चम्मच पिला दीजे होते. उल्टी आना बंद होअर.

सर्दी आणि जुंप

सर्दी आणि जुकाममध्ये अदरक खूप फायदेमंद आहे. सर्दी होण्यापूर्वी अदरक चाय पेने येते. याव्यतिरिक्त अदरकचा रस शहदमध्ये मिसकर गर्मीने पेनेपासून बनलेला आहे.