🙏🏻हर हर महादेव 🙏🏻
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌤️ *दिनांक - 13 फरवरी 2024*
🌤️ *दिन - मंगलवार*
🌤️ *विक्रम संवत - 2080*
🌤️ *शक संवत - 1945*
🌤️ *अयन - उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु - शिशिर ऋतु*
🌤️ *मास - माघ*
🌤️ *पक्ष - शुक्ल*
🌤️ *तिथि - चतुर्थी दोपहर 02:41 तक तत्पश्चात पंचमी*
🌤️ *नक्षत्र - उत्तरभाद्रपद दोपहर 12:35 तक तत्पश्चात रेवती*
🌤️ *योग - साध्य रात्रि 11:05 तक तत्पश्चात शुभ*
🌤️ *राहुकाल - शाम 03:44 से शाम 05:10 तक*
🌞 *सूर्योदय - 07:11*
🌤️ *सूर्यास्त - 18:34*
👉 *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण - श्रीगणेश जयंती, वरद चतुर्थी, विनायक चतुर्थी, मंगलवारी चतुर्थी(सूर्योदय से दोपहर 02:41 तक), विष्णुपदी-कुम्भ संक्रांति (पुण्यकाल:सुबह 09:51 से दोपहर 03:54 तक), पंचक*
💥 *विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌷 *'मातृ–पितृ पूजन दिवस’ ज्योतिष की दृष्टि से*
🙏🏻 *अपने माता पिता का आदर करते और वेलेंटाईन डे का कचरा दिमाग में न रखें... कि ये लोग मानते हैं तो हम भी मनाये... नहीं !! अपने माता पिता का पूजन करें.... बापूजी ने सहज में ऐसी सुन्दर सीख दी । हर साल जो 14 फरवरी को वेलेंटाईन डे मनाते हैं न ....मूर्ख लोग.... पर*
🙏🏻 *14 फरवरी के दिन अधिकांशतः सूर्य भगवान कुम्भ राशि पे होतें है । बिलकुल कोई पंडित इसको नकार नहीं सकता, लगभग अधिकांश 14 फरवरी को सूर्य भगवान कुम्भ राशि पे होतें हैं और कुम्भ राशि के स्वामी कौन हैं ? शनि देव । कुम्भ राशि के स्वामी शनि, शनि देव सूर्य भगवान के बेटे हैं । तो वो अपने पिता का खूब आदर करते और पिता की परिक्रमा करते हैं । तो जो 14 फरवरी के दिन वेलेंटाईन डे मनाते हैं न उनपे सूर्य भगवान और शनि देव दोनों नाराज़ होतें है भयंकर और 14 फरवरी के दिन बापूजी के कहे अनुसार जो माता पिता का पूजन करते हैं उनपे सूर्य भगवान और शनि देव दोनों खुश होते हैं... क्योंकि उस दिन शनि देवता भी सूर्य भगवान की पूजा करते हैं और सूर्य भगवान की परिक्रमा करते हैं ।*
🙏🏻
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌷 *वसंत पंचमी* 🌷
➡️ *14 फरवरी 2024 बुधवार को वसंत पंचमी है।*
🙏🏻 *ब्रह्मवैवर्त पुराण तथा देवीभागवत पुराण के अनुसार जो मानव माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन संयमपूर्वक उत्तम भक्ति के साथ षोडशोपचार से भगवती सरस्वती की अर्चना करता है, वह वैकुण्ठ धाम में स्थान पाता है। माघ शुक्ल पंचमी विद्यारम्भ की मुख्य तिथि है। “माघस्य शुक्लपञ्चम्यां विद्यारम्भदिनेऽपि च।”*
🙏🏻 *श्रीकृष्ण ने सरस्वती से कहा था*
🌷 *प्रतिविश्वेषु ते पूजां महतीं ते मुदाऽन्विताः । माघस्य शुक्लपञ्चम्यां विद्यारम्भेषु सुन्दरि ।।*
*मानवा मनवो देवा मुनीन्द्राश्च मुमुक्षवः । सन्तश्च योगिनः सिद्धा नागगन्धर्वकिंनराः ।।*
*मद्वरेण करिष्यन्ति कल्पे कल्पे यथाविधि । भक्तियुक्ताश्च दत्त्वा वै चोपचारांश्च षोडश ।।*
*काण्वशाखोक्तविधिना ध्यानेन स्तवनेन च । जितेन्द्रियाः संयताश्च पुस्तकेषु घटेऽपि च ।।*
*कृत्वा सुवर्णगुटिकां गन्धचन्दन चर्च्चिताम् । कवचं ते ग्रहीष्यन्ति कण्ठे वा दक्षिणे भुजे ।।*
*पठिष्यन्ति च विद्वांसः पूजाकाले च पूजिते । इत्युक्त्वा पूजयामास तां देवीं सर्वपूजितः ।।*
*ततस्तत्पूजनं चक्रुर्ब्रह्मविष्णुमहेश्वराः । अनन्तश्चापि धर्मश्च मुनीन्द्राः सनकादयः ।।*
*सर्वे देवाश्च मनवो नृपा वा मानवादयः । बभूव पूजिता नित्या सर्वलोकैः सरस्वती ।।*
🙏🏻 *“सुन्दरि! प्रत्येक ब्रह्माण्ड में माघ शुक्ल पंचमी के दिन विद्यारम्भ के शुभ अवसर पर बड़े गौरव के साथ तुम्हारी विशाल पूजा होगी। मेरे वर के प्रभाव से आज से लेकर प्रलयपर्यन्त प्रत्येक कल्प में मनुष्य, मनुगण, देवता, मोक्षकामी प्रसिद्ध मुनिगण, वसु, योगी, सिद्ध, नाग, गन्धर्व और राक्षस– सभी बड़ी भक्ति के साथ सोलह प्रकार के उपचारों के द्वारा तुम्हारी पूजा करेंगे। उन संयमशील जितेन्द्रिय पुरुषों के द्वारा कण्वशाखा में कही हुई विधि के अनुसार तुम्हारा ध्यान और पूजन होगा। वे कलश अथवा पुस्तक में तुम्हें आवाहित करेंगे। तुम्हारे कवच को भोजपत्र पर लिखकर उसे सोने की डिब्बी में रख गन्ध एवं चन्दन आदि से सुपूजित करके लोग अपने गले अथवा दाहिनी भुजा में धारण करेंगे। पूजा के पवित्र अवसर पर विद्वान पुरुषों के द्वारा तुम्हारा सम्यक प्रकार से स्तुति-पाठ होगा। इस प्रकार कहकर सर्वपूजित भगवान श्रीकृष्ण ने देवी सरस्वती की पूजा की। तत्पश्चात, ब्रह्मा, विष्णु, शिव, अनन्त, धर्म, मुनीश्वर, सनकगण, देवता, मुनि, राजा और मनुगण– इन सब ने भगवती सरस्वती की आराधना की। तब से ये सरस्वती सम्पूर्ण प्राणियों द्वारा सदा पूजित होने लगीं।*
🙏🏻 *वसन्त पंचमी पर सरस्वती मूल मंत्र की कम से कम 1 माला जप जरूर करना चाहिए।*
➡ *मूल मंत्र : “श्रीं ह्रीं सरस्वत्यै स्वाहा”*
🙏🏻 *सरस्वती जी का वैदिक अष्टाक्षर मूल मंत्र जिसे भगवान शिव ने कणादमुनि तथा गौतम को, श्रीनारायण ने वाल्मीकि को, ब्रह्मा जी ने भृगु को, भृगुमुनि ने शुक्राचार्य को, कश्यप ने बृहस्पति को दिया था जिसको सिद्ध करने से मनुष्य बृहस्पति के समान हो जाता है ।*
🙏🏻 *सरस्वती पूजा के लिए नैवैद्य (ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार)*
*नवनीतं दधि क्षीरं लाजांश्च तिललड्डुकान् । इक्षुमिक्षुरसं शुक्लवर्णं पक्वगुडं मधु ।।*
*स्वस्तिकं शर्करां शुक्लधान्यस्याक्षतमक्षतम्। अस्विन्नशुक्लधान्यस्य पृथुकं शुक्लमोदकम् ।।*
*घृतसैन्धवसंस्कारैर्हविष्यैर्व्यञ्जनैस्तथा । यवगोधूमचूर्णानां पिष्टकं घृतसंस्कृतम् ।।*
*पिष्टकं स्वस्तिकस्यापि पक्वरम्भाफलस्य च । परमान्नं च सघृतं मिष्टान्नं च सुधोपमम् ।।*
*नारिकेलं तदुदकं केशरं मूलमार्द्रकम् । पक्वरम्भाफलं चारु श्रीफलं बदरीफलम् ।।*
*कालदेशोद्भवं पक्वफलं शुक्लं सुसंस्कृतम् ।।*
🙏 *ताजा मक्खन, दही, दूध, धान का लावा, तिल के लड्डू, सफेद गन्ना और उसका रस, उसे पकाकर बनाया हुआ गुड़, स्वास्तिक (एक प्रकार का पकवान), शक्कर या मिश्री, सफेद धान का चावल जो टूटा न हो (अक्षत), बिना उबाले हुए धान का चिउड़ा, सफेद लड्डू, घी और सेंधा नमक डालकर तैयार किये गये व्यंजन के साथ शास्त्रोक्त हविष्यान्न, जौ अथवा गेहूँ के आटे से घृत में तले हुए पदार्थ, पके हुए स्वच्छ केले का पिष्टक, उत्तम अन्न को घृत में पकाकर उससे बना हुआ अमृत के समान मधुर मिष्टान्न, नारियल, उसका पानी, कसेरू, मूली, अदरख, पका हुआ केला, बढ़िया बेल, बेर का फल, देश और काल के अनुसार उपलब्ध ऋतुफल तथा अन्य भी पवित्र स्वच्छ वर्ण के फल – ये सब नैवेद्य के समान हैं।*
🌷 *सुगन्धि शुक्लपुष्पं च गन्धाढ्यं शुक्लचन्दनम् । नवीनं शुक्लवस्त्रं च शङ्खं च सुमनोहरम् ।।*
*माल्यं च शुक्लपुष्पाणां मुक्ताहीरादिभूषणम् ।।*
🙏🏻 *सुगन्धित सफेद पुष्प, सफेद स्वच्छ चन्दन तथा नवीन श्वेत वस्त्र और सुन्दर शंख देवी सरस्वती को अर्पण करना चाहिये। श्वेत पुष्पों की माला और श्वेत भूषण भी भगवती को चढ़ावे।*
🙏🏻 *स्मरण शक्ति प्राप्त करने के लिए वसंत पंचमी से शुरू करके प्रतिदिन याज्ञवल्क्य द्वारा रचित भगवती सरस्वती की स्तुति करनी चाहिए।*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️पंचक आरम्भ :
शनिवार ( 10 फ़रवरी 2024 ) प्रातः 10:02
पंचक समाप्त :
बुधवार ( 14 फ़रवरी 2024) प्रातः 10.43
जया एकादशी (शुक्ल पक्ष) - 20 फरवरी 2024
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🌸🌷🙏🏻 जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभाशीष
दिनांक 13 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 4 होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति जिद्दी, कुशाग्र बुद्धि वाले, साहसी होते हैं। आपका जीवन संघर्षशील होता है। इनमें अभिमान भी होता है। ऐसे व्यक्ति को जीवन में अनेक परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है।
जैसे तेज स्पीड से आती गाड़ी को अचानक ब्रेक लग जाए ऐसा उनका भाग्य होगा। लेकिन यह भी निश्चित है कि इस अंक वाले अधिकांश लोग कुलदीपक होते हैं। ये लोग दिल के कोमल होते हैं किन्तु बाहर से कठोर दिखाई पड़ते हैं। इनकी नेतृत्त्व क्षमता के लोग कायल होते हैं।
शुभ दिनांक : 4, 8, 13, 22, 26, 31,
शुभ अंक : 4, 8,18, 22, 45, 57,
शुभ वर्ष : 2031, 2040, 2060
ईष्टदेव : श्री गणेश, श्री हनुमान
शुभ रंग : नीला, काला, भूरा
कैसा रहेगा यह वर्ष
मान-सम्मान में वृद्धि होगी, वहीं मित्र वर्ग का सहयोग मिलेगा। नवीन व्यापार की योजना प्रभावी होने तक गुप्त ही रखें। यह वर्ष पिछले वर्ष के दुष्प्रभावों को दूर करने में सक्षम है। आपको सजग रहकर कार्य करना होगा। शत्रु पक्ष पर प्रभावपूर्ण सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा प्रयास करें तो उन्नति के चांस भी है। विवाह के मामलों में आश्चर्यजनक परिणाम आ सकते हैं। परिवारिक मामलों में सहयोग के द्वारा सफलता मिलेगी
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आप घर अथवा कार्य क्षेत्र पर चाहकर भी सुव्यवस्था नही बना पाएंगे उल्टे जो कार्य ठीक चल रहे है वो भी गलत मार्गदर्शन अथवा जल्दबाजी में बिगड़ सकते है। मध्यान तक धन कमाने की आपाधापी में गिरती सेहत की अनदेखी करेंगे जिसका विपरीत परिणाम संध्या से देखने को मिलेगा। थकान एवं हाथ पैरों में शिथिलता आने लगेगी पेट संबंधित समस्या बढ़ने पर अन्य शारीरिक अंगों को निष्क्रिय करेगी। धन लाभ प्रयास करने पर अवश्य होगा लेकिन अनर्गल कार्यो में तुरंत खर्च भी हो जाएगा। प्रलोभन में आपके साथ ठगी हो सकती है। परिजनों से पूर्व में किया गलत व्यवहार आज दुखी करेगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज दिन का आरंभ भाग असमंजस की स्थिति के कारण कार्य शून्य रहेगा। जो करना चाहेंगे वातावरण उसके विपरीत बनेगा लेकिन धर्य रखें ये परेशानी कुछ समय के लिये ही रहेगी मध्यान बाद से स्थिति अनुकूल बनने लगेगी सोची हुई योजनाओ में आज पूरी तरह से सफलता तो नही मिलेगी फिर भी भविष्य के प्रति निश्चिन्त करने वाले कार्य होंगे। धन की आमद आज सामान्य रहेगी व्यवहारिकता बनाये रखें तो निकट भविष्य में किसी विशेष व्यक्ति का महत्त्वपूर्ण सहयोग मिल सकता है जो कि जीवन को नई दिशा देने में सहायक बनेगा। नौकरी वाले लोग खर्च से परेशान रहेंगे। पारिवारिक स्थिति दिन की अपेक्षा संध्या बाद बेहतर अनुभव होगी। सेहत में आज मामूली नरमी रहेगी।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप धन संबंधित कार्यो को छोड़ अन्य सभी कार्यो से सम्मान पाने के हकदार बनेंगे। आर्थिक उलझने दिन के आरंभ से अंत तक किसी ना किसी रूप में परेशान करेंगी कार्य समय से पूर्ण करने के बाद भी धन की आमद को लेकर इंतजार करना पड़ेगा किसी बुजुर्ग व्यक्ति का सहयोग मिलने से थोड़ी उलझनों से राहत मिलेगी। मध्यान बाद का समय सामाजिक कार्यो के लिये निकालना पड़ेगा गृहस्थ अथवा रिश्तेदारी में ना चाहते हुए भी खर्च करना पड़ेगा। पारिवारिक वातावरण में शांति रहेगी आपके किसी उत्कृष्ट कार्य से परिजन गर्व करेंगे। स्वास्थ्य संबंधित छोटी मोटी समस्याएं लगी रहेंगी फिर भी दिनचार्य व्यवस्थित रहेगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आप आज दिन के मध्यान भाग तक कोई महत्त्वपूर्ण निर्णय ना लें अन्यथा हानि होने पर मनोबल टूटेगा। दिनचार्य आज अस्त व्यस्त अधिक रहेगी मन मे नकारत्मक भाव आएंगे कार्यो के प्रति लापरवाह भी रहेंगे परिजन अथवा सहकर्मी सही सलाह देंगे लेकिन मतिभ्रम के कारण ये आपको गलत लगेंगे। दोपहर के बाद से स्थिति में सुधार आने लगेगा फिर भी धन संबंधित कार्य कल तक के लिये टालना ही बेहतर रहेगा। घर मे किसी के हाथ नुकसान हो सकता है मशीनरी अथवा अन्य खतरे वाले कार्यो में अतिरिक्त सावधानी बरतें। संध्या बाद का समय दिन की तुलना में शांति से व्यतीत होगा मनोरंजन के अवसर मिलने से मानसिक हालात सुधरेगी। पुराना रोग फिर से बन सकता है संयम बरतें।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपको बीते कल की तुलना में थोड़ी राहत मिलेगी। आज भी मध्यान तक मानसिक दुविधायें एवं असंतोष की भावना लाभ से दूर रखेंगी। स्वास्थ्य में सुधार आएगा लेकिन पूरी तरह से नही कठिन परिश्रम करने पर मर्ज दोबारा बढ़ सकता है इससे बचें। कार्य व्यवसाय को लेकर मानसिक चिंताए दिन भर लगी रहेंगी किसी ना किसी कारण से व्यवसाय में धन संबंधित मामले अटके रहेंगे। मध्यान बाद से पूण्य उदय होंगे धर्म कर्म में रुचि बढ़ेगी लेकिन मन मे स्वार्थ पूर्ति की भावना रहने के कारण आध्यात्म का लाभ नही मिल सकेगा। परिजन आपसे सहानुभूति रखेंगे कुछ मतलब भी साधेंगे। यात्रा से बचें चोटादि का भय है।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपको दिन के पहले हिस्से में लाभ पाने के प्रस्ताव आएंगे लेकिन दुविधा के कारण प्रतिस्पर्धी इसका लाभ उठा सकते है। कार्य व्यवसाय से आज उन्नति की आशा लगा सकते है। दोपहर तक कि भगदौड़ एक समय व्यर्थ होती प्रतीत होगी धैर्य रखें जल्दबाजी में कोई गलत निर्णय बाद में पश्चाताप का कारण बन सकता है। धन अथवा अन्य लाभ आज अकस्मात ही होगा पर होगा जरूर। घर मे खाने पीने की वस्तुओं अथवा अन्य सुखोपभोग के सामान पर खर्च करना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर भी कुछ ना कुछ खर्च लगे रहेंगे। धन संबंधित समस्या संध्या बाद नही रहेगी फिर भी किसी से वादा ना करें। घर के सदस्य किसी महत्त्वपूर्ण विषय को लेकर चिंतित होंगे।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज मध्यान तक कि दिनचार्य को अस्त व्यस्त ना होने दे अन्यथा ना चाहकर भी व्यर्थ के कामो में समय खराब होने पर मध्यान बाद से बनने वाली शुभ स्थिति का लाभ नही उठा सकेंगे। दिन के आरंभ में शारीरिक दुर्बलता अनुभव होगी जिसके चलते दैनिक कार्यो में विलंब हो सकता है। नौकरी वाले लोग आज किसी दुविधा में फंसे रहेंगे दोपहर तक मेहनत का फल ना मिलने से मन मे निराशा रहेगी धैर्य रखें इसके बाद का समय कार्य सिद्धि दायक रहेगा दिन भर के प्रयास संध्या के आस-पास फलित होंगे फिर भी संतोषी वृति अपनाए ज्यादा के चक्कर मे कम से भी वंचित रह सकते है। घर मे शुभ समाचार मिलने से आनंद छाया रहेगा फिर भी व्यर्थ बोलने से बचें।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। दिन के आरंभिक भाग में जितनी मेहनत करेंगे उसका लाभ मध्यान तक मिल जाएगा आज लापरवाही से बचें अन्यथा मध्यान बाद स्थिति प्रतिकूल होने पर सभी कार्य बाधित होने लगेंगे लाभ की जगह हानि होने की संभावना अधिक रहेगी। मानसिक रूप से तरोताजा रहेंगे फिर भी आलसी वृति कार्यो में विलंब कराएगी। कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय आशा से कम ही रहेगा। सहकर्मी अथवा परिजन आज भावुक रहेंगे जिससे स्थिति कों सम्भालना परेशानी में डालेगा। दोपहर बाद जिस भी कार्य से लाभ की उम्मीद रखेंगे उसके विपरीत फल मिलेंगे। संध्या से सेहत में भी गिरावट आने लगेगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज दिन के मध्यान तक आपको शांति रहने की सलाह है आज भी व्यावसायिक कारणों से मानसिक बेचैनी रहेगी ऊपर से घरेलू उलझने रहने पर अधिक दबाव में कार्य करना पड़ेगा। दिन के आरंभिक भाग में बचते बचते भी घर के सदस्य अशांति का वातावरण बनाएंगे। परिजन किसी ना किसी कारण से असंतुष्ट ही रहेंगे यही हाल कार्य क्षेत्र पर भी रहेगा सहकर्मी अथवा अधिकारी वर्ग आपकी एक गलती के इंतजार में रहेंगे आज मनमौजी व्यवहार से बचे अन्यथा बाद में स्वयं के ऊपर ही ग्लानि होगी। धन संबंधित मामले भी कलह का कारण बनेंगे व्यवहार में स्पष्टता रखें बदनामी होने का भय है। अतिआवश्यक कार्यो को पूर्ण करने के लिये संध्या तक प्रतीक्षा करने लाभदायक रहेगा।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन धन लाभ वाला है लेकिन अपनी वाणी को सही जगह प्रयोग करें अन्यथा जहां लाभ की संभावना रहेगी वहां किसी से कलह भी हो सकती है। मध्यान से पहले महत्त्वपूर्ण कार्य पूरे करने का प्रयास करें आज लाभ कमाना आसान लगेगा लेकिन इतना आसान भी नही होगा। कार्यो को मामूली समझ ढील देंगे बाद में परेशानी होगी फिर भी आज धन लाभ कही ना कही से हो ही जायेगा। व्यवसायी वर्ग जोड़ तोड़ की नीति अपनाएंगे जिससे बिक्री तो होगी पर उचित लाभ नही मिल सकेगा। नौकरी पेशा आज संतोषी स्वभाव के रहेंगे। परोपकार की भावना आज कम ही रहेगी परेशान व्यक्ति को भी टरकाने के प्रयास में रहेंगे। गृहस्थ में बाहर की अपेक्षा शांति मिलेगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन उदासीनता में व्यतीत करेंगे जल्दी से किसी भी कार्य मे परिश्रम करने का मन नही करेगा जिसके परिणामस्वरूप लाभ भी अल्प होगा। आज आप यथार्थ को छोड़ काल्पनिक दुनिया मे खोये रहेंगे आपके लिये जो कार्य असंभव है उनकी कल्पना करने पर बाद में मन हीन भावना से ग्रस्त होगा। धन लाभ के लिये किसी के सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी शारीरिक रूप से ना सही लेकिन व्यवहारिक रूप से सक्रिय रहना आज अत्यंत आवश्यक है। मध्यान बाद भविष्य में लाभ कमाने के अवसर हाथ लगेंगे दुविधा में ना पड़े ये हितकर ही रहेंगे। घर मे किसी ना किसी से मामूली नोकझोंक होगी। अकस्मात धन लाभ होने पर सेहत को भूल जाएंगे।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन कुछ रोचक घटनाये घटेंगी दिन का पूर्वार्ध नई संभावनाए लेकर आएगा। कार्य क्षेत्र पर आज गंभीर रहेंगे। किसी परिचित से आश्चर्य में डालने वाले समाचार मिलेंगे। आपके कार्य मे बाधा डालने वाले लोग आस पास ही रहेंगे मध्यान तक इनका असर नही होगा लेकिन मध्यान बाद कुछ ना कुछ गड़बड़ अवश्य होगी। जिन्हें अपना हितैषी समझ रहे है वे ही आपकी चुगली कर वातावरण खराब करेंगे। धन की आमद दोपहर तक सामान्य रहेगी पुराने कार्यो से लाभ होगा। दोपहर बाद अधिकांश कार्य किसी अन्य के कारण अधूरे रह जाएंगे घर का वातावरण भी आज अचानक गर्म होगा विशेषकर महिलाए वाणी पर नियंत्रण रखें।
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