Tuesday, November 8, 2022

Vaidik Panchang 08112022

*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक - 08 नवम्बर 2022*
*⛅दिन - मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2079*
*⛅शक संवत् - 1944*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - हेमंत*
*⛅मास - कार्तिक*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - पूर्णिमा शाम 04:31 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
*⛅नक्षत्र - भरणी रात्रि 01:39 तक तत्पश्चात कृतिका*
*⛅योग - व्यतिपात रात्रि 09:46 तक तत्पश्चात वरीयान*
*⛅राहु काल - अपरान्ह 03:11 से 04:34 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:48*
*⛅सूर्यास्त - 05:58*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:05 से 05:57 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 11:58 से 12:49 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - खग्रास चन्द्रग्रहण, कार्तिक पूर्णिमा, तुलसी विवाह समाप्त, भीष्मपंचक व्रत समाप्त, गुरु नानकजी जयंती*
*⛅विशेष - पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

*🌹 कार्तिक पूर्णिमा - 08 नवम्बर 2022 🌹*

*🌹 कार्तिक पूर्णिमा के दिन सायंकाल घरों, मंदिरों, पीपल के वृक्षों तथा तुलसी के पौधों के पास दीपक जलाए जाते हैं और गंगाजी / नदियों को भी दीपदान किया जाता है ।*
 
*🌹 इस दिन संध्याकाल में जो लोग अपने घरों को दीपक जला कर सजाते है उनका जीवन सदैव आलोकित प्रकाश से प्रकाशित होता है उन्हें अतुल लक्ष्मी, रूप, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है, माँ लक्ष्मी ऐसे लोगो के घरों में स्थाई रूप से सदैव निवास करती है । इसीलिए इस दिन हर जातक को अपने घर के आँगन, मंदिर, तुलसी, नल के पास, छतों और चारदीवारी पर दीपक अवश्य ही जलाना चाहिए ।*

*🌹 इस दिन किसी भी शिव मंदिर में शिवलिंग के निकट दीप जरूर जलाना चाहिए, यह कोशिश रहे की दीपक रात भर जलता रहे, इससे भगवान भोले नाथ की कृपा प्राप्त होती है, जिसके फलस्वरूप जातक के परिवार से रोग, दुर्घटना, और अकाल मृत्यु का भय दूर होता है ।*

*🌑 खग्रास चन्द्रग्रहण - 8 नवम्बर 2022 🌑*

*🌹 दिनांक 8 नवम्बर 2022, कार्तिक पूर्णिमा को खग्रास चन्द्रग्रहण है ।*
*🌹 ग्रहण पूरे भारत में दिखेगा । भारत के अलावा एशिया, आस्ट्रेलिया, पैसेफिक क्षेत्र, उत्तरी और मध्य अमेरिका में भी ग्रहण दिखेगा ।*
*🌹 जहाँ ग्रहण दिखायी देगा, वहाँ पर नियम पालनीय हैं ।*

*🌹 चंद्रग्रहण सम्बंधित महत्त्वपूर्ण बातें 🌹*

*🌹 चन्द्रग्रहण के समय संयम रखकर जप-ध्यान करने से कई गुना फल होता है । श्रेष्ठ साधक उस समय उपवासपूर्वक ब्राह्मी घृत (5 से 10 ग्राम {एक या दो चम्मच } का स्पर्श करके 'ॐ नमो नारायणाय' मंत्र का आठ हजार जप करने के पश्चात ग्रहणशुद्धि होने पर उस घृत को पी ले । ऐसा करने से वह मेधा (धारणशक्ति), कवित्वशक्ति तथा वाक् सिद्धि प्राप्त कर लेता है ।*

*🌹 चन्द्रग्रहण में ग्रहण से चार प्रहर (09 घंटे) पूर्व भोजन नहीं करना चाहिए । बूढ़े, बालक और रोगी डेढ़ प्रहर (साढ़े चार घंटे) पूर्व तक खा सकते हैं ।*

*🌹 ग्रहण के समय भोजन करने वाला मनुष्य जितने अन्न के दाने खाता है, उतने वर्षों तक 'अरुन्तुद' नरक में वास करता है ।*

*🌹 सूतक से पहले पानी में कुशा, तिल या तुलसी-पत्र डाल के रखें ताकि सूतक काल में उसे उपयोग में ला सकें । ग्रहणकाल में रखे गये पानी का उपयोग ग्रहण के बाद नहीं करना चाहिए किंतु जिन्हें यह सम्भव न हो वे उपरोक्तानुसार कुशा आदि डालकर रखे पानी को उपयोग में ला सकते हैं ।*

*🌹 ग्रहण-वेध के पहले जिन पदार्थों में कुश या तुलसी की पत्तियाँ डाल दी जाती हैं, वे पदार्थ दूषित नहीं होते । पके हुए अन्न का त्याग करके उसे गाय, कुत्ते को डालकर नया भोजन बनाना चाहिए ।*

*🌹 ग्रहण वेध के प्रारम्भ में तिल या कुश मिश्रित जल का उपयोग भी अत्यावश्यक परिस्थिति में ही करना चाहिए और ग्रहण शुरू होने से अंत तक अन्न या जल नहीं लेना चाहिए ।*

*🌹 ग्रहण पूरा होने पर स्नान के बाद सूर्य या चन्द्र, जिसका ग्रहण हो उसका शुद्ध बिम्ब देखकर अर्घ्य दे कर भोजन करना चाहिए ।*

*🌹 ग्रहणकाल में स्पर्श किये हुए वस्त्र आदि की शुद्धि हेतु बाद में उसे धो देना चाहिए तथा स्वयं भी वस्त्रसहित स्नान करना चाहिए । स्त्रियाँ सिर धोये बिना भी स्नान कर सकती हैं ।*

*🌹 ग्रहण के स्नान में कोई मंत्र नहीं बोलना चाहिए । ग्रहण के स्नान में गरम जल की अपेक्षा ठंडा जल, ठंडे जल में भी दूसरे के हाथ से निकाले हुए जल की अपेक्षा अपने हाथ से निकाला हुआ, निकाले हुए की अपेक्षा जमीन में भरा हुआ, भरे हुए की अपेक्षा बहता हुआ, (साधारण) बहते हुए की अपेक्षा सरोवर का, सरोवर की अपेक्षा नदी का, अन्य नदियों की अपेक्षा गंगा का और गंगा की अपेक्षा भी समुद्र का जल पवित्र माना जाता है ।*

*🌹 ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरतमंदों को वस्त्रदान से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है ।*

*🌹 ग्रहण के दिन पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल नहीं तोड़ने चाहिए । बाल तथा वस्त्र नहीं निचोड़ने चाहिए व दंतधावन नहीं करना चाहिए ।*

*🌹 ग्रहण के समय ताला खोलना, सोना, मल-मूत्र का त्याग, मैथुन और भोजन – ये सब कार्य वर्जित हैं ।*

*🌹 ग्रहण के समय कोई भी शुभ व नया कार्य शुरू नहीं करना चाहिए ।*

*🌹 ग्रहण के समय सोने से रोगी, लघुशंका करने से दरिद्र, मल त्यागने से कीड़ा, स्त्री प्रसंग करने से सूअर और उबटन लगाने से व्यक्ति कोढ़ी होता है। गर्भवती महिला को ग्रहण के समय विशेष सावधान रहना चाहिए ।*

*🌹 भगवान वेदव्यासजी ने परम हितकारी वचन कहे हैं- सामान्य दिन से चन्द्रग्रहण में किया गया पुण्यकर्म (जप, ध्यान, दान आदि) एक लाख गुना होता है । यदि गंगाजल पास में हो तो चन्द्रग्रहण में एक करोड़ गुना फल दायी होता है ।*

*🌹 ग्रहण के समय गुरुमंत्र, इष्टमंत्र अथवा भगवन्नाम-जप अवश्य करें, मंत्र जप न करने से मंत्र को मलिनता प्राप्त होती है ।*
   
*🌹 ग्रहण के समय उपयोग किया हुआ कपड़े, आसन, माला, गोमुखी ग्रहण पूरा होने के बाद गंगा जल में धो लेना चाहिए ।*

*🌹 ग्रहण के अवसर पर दूसरे का अन्न खाने से बारह वर्षों का एकत्र किया हुआ सब पुण्य नष्ट हो जाता है ।* 

*🌒 ग्रहणकाल में गर्भवती महिलायें क्या करें, क्या ना करें ?*

*🔹गर्भिणी के लिए ग्रहण के कुछ नियम विशेष पालनीय होते हैं । इन्हें कपोलकल्पित बातें अथवा अंधविश्वास नहीं मानना चाहिए, इनके पीछे शास्त्रोक्त कारण हैं ।*

*🔹ग्रहण के प्रभाव से वातावरण, पशु-पक्षियों के आचरण आदि में परिवर्तन दिखाई देते हैं इससे स्पष्ट है कि मानवीय शरीर तथा मन के क्रिया-कलापों में भी परिवर्तन होते हैं ।*

*🔹ग्रहणकाल में कुछ कार्य करने से आशातीत लाभ होते हैं और कुछ से अत्याधिक हानि । सभी उन्हें न भी समझ सकें परंतु उनका पालन करना अति आवश्यक है इसलिए हमारे हितैषी ऋषि-मुनियों के द्वारा इन कार्यों का नियम के रूप में समाज में प्रचलन किया गया है । ध्यान रहे, इन नियमों से गर्भवती को भलीभाँति अवगत करायें परंतु भयभीत नहीं करें । भय का गर्भ पर विपरीत असर पड़ता है ।*

*👉 ग्रहण के दौरान गर्भिणी को लोहे से बनी वस्तुओं से दूर रहना चाहिए । वह अगर चश्मा लगाती हो और चश्मा लोहे का हो तो उसे ग्रहणकाल के दौरान निकाल देना चाहिए ।*

*👉 बालों पर लगी पिन या शरीर पर धारण किये हुए नकली गहने भी उतार दें । चाकू, कैंची, पेन, पेंसिल, सुई जैसी नुकीली चीजों का प्रयोग कदापि न करें । किसी भी लोहे की वस्तु, बर्तन, दरवाजे की कुंडी, ताला आदि को स्पर्श न करें ।*

*👉 ग्रहण काल में भोजन बनाना, साफ-सफाई आदि घरेलू काम, पढ़ाई-लिखाई, कम्प्यूटर वर्क, नौकरी या बिजनेस आदि से संबंधित कोई भी काम नहीं करने चाहिए क्योंकि इस समय काम करने से शारीरिक और बौद्धिक क्षमता क्षीण होती है ।*

*👉 ग्रहणकाल में घर से बाहर निकलना, यात्रा करना, चन्द्र अथवा सूर्य के दर्शन करना निषिद्ध है ।*

*👉 ग्रहणकाल के दौरान पानी पीना, भोजन करना, लघुशंका अथवा शौच जाना, सोना या स्नान करना, वज्रासन में बैठना भी निषिद्ध है । ग्रहणकाल से 4 घंटे पूर्व इस प्रकार अन्न-पान करें कि ग्रहण के दौरान शौचादि के लिए जाना न पड़े ।*

*👉 ग्रहण के दौरान सेल्युलर फोन (मोबाइल) से निकले रेडिएशन्स से शिशु में स्थायी विकृति या मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकता है अत: इस समय मातायें फोन से दूर रहें ।*

*👉 सूर्यग्रहण में 4 प्रहर (12 घंटे) पहले से सूतक माना जाता है । जो गर्भवती माताएँ हैं वे ग्रहण से 1 से 1.5 प्रहर (4 से 4.30 घंटे) पहले तक खा-पी लें तो चल सकता है ।*

*👉 गर्भवती ग्रहणकाल में गले में तुलसी की माला व चोटी में कुश धारण कर लें ।*

*👉 ग्रहण से पूर्व देशी गाय के गोबर में तुलसी के पत्तों का रस मिलाकर पेट पर गोलाई से लेप करें । देशी गाय का गोबर उपलब्ध न हो तो गेरु मिट्टी अथवा शुद्ध मिट्टी का ही लेप कर लें, इससे ग्रहण के दुष्प्रभाव से गर्भ की रक्षा होती है ।*

*👉 कश्यप ऋषि कहते हैं – चन्द्रग्रहण तथा सूर्यग्रहण का ज्ञान होने पर गर्भिणी को गर्भवेश्म अर्थात घर के भीतरी भाग (अंत: पुर) में जाकर शान्ति होम आदि कार्यों में लगकर चन्द्र तथा सूर्य की ग्रह द्वारा मुक्ति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए ।*

*👉 गर्भिणी सम्पूर्ण ग्रहण काल में कमरे में बैठकर यज्ञों में सर्वश्रेष्ठ भगवन्नाम जप रूपी यज्ञ करें । ॐ कार का दीर्घ उच्चारण करें । अगर लम्बे समय तक नहीं बैठ पाये तो लेटकर भी जप कर सकती है । जप करते समय गंगाजल पास में रखें । ग्रहण पूर्ण होने पर माला को गंगाजल से पवित्र करे व स्वयं वस्त्रों सहित सिर से स्नान कर लें ।*

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*आज का सुविचार*
⛳🔱😊🙏🏻⚜️🕉️
*प्रेम को फूल की भांति मत बनाइये,,प्रेम को तुलसी की भांति पवित्र बनाइये ,,जो नित्य प्रतिदिवस सुगंधित रहे एवम् सुंदर होता रहे।।*😊✔️
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*आज का राशिफल*
*🐐🐂💏💮🐅👩*
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*मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)*
*आज के दिन आपके अंदर चंचलता अधिक रहेगी। किसी भी बात पर ज्यादा देर नहीं टिकेंगे इससे आस पास के लोगो को परेशानी हो सकती है साथ ही आपकी प्रतिष्ठा भी कम होगी। कार्य क्षेत्र पर भी विचार निरंतर बदलते रहेंगे जिससे सही निर्णय नहीं ले पाएंगे लाभ के अवसर हाथ से निकल सकते है। आज मन को एकाग्र करके ही लाभ कमाया जा सकता है। आध्यत्म में भी यही स्थिति बनेगी रूचि होने पर भी मन इधर उधर भटकने से कोई लाभ नहीं होगा। पारिवारिक वातावरण अधिक बोलने की प्रवृति के कारण अस्त-व्यस्त रहेगा। घर के लोग आपकी बातों पर जल्दी से यकीन नहीं करेंगे।*
*वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
*आज का दिन आप को शांति से बिताने की सलाह है। निरंतर मिल रही असफलताओं से क्षुब्ध होकर जल्दबाजी में कोई गलत फैसला ले सकते हैं। जिसकी भरपाई आने वाले समय में स्वयं के साथ परिजनों को भी करनी पड़ेगी। कार्यक्षेत्र पर असहयोगी वातावरण मिलेगा जिस किसी से भी सहायता की उम्मीद रखेंगे वही टालमटोल करेगा। अंत में स्वयं के बलबूते ही कार्य करना पड़ेगा। व्यवसाई वर्गों को कम समय में अधिक लाभ कमाने के प्रलोभन दिए जाएंगे लेकिन इनसे बचें अन्यथा हानि ही निश्चित है। नौकरी पेशा जातक वश्य अपनी चतुराई से प्रतिकूल परिस्थिति को भी अपने अनुकूल बना लेंगे। घरेलू वातावरण में गर्मागर्मी जिद बहस लगी रहेगी इस कारण घर की तुलना में बाहर समय बिताना अधिक पसंद करेंगे। संध्या बाद स्थिति में बदलाव आने लगेगा धैर्य से समय बिताएं जोखिम वाले कार्यों से दूर रहे शारीरिक कष्ट के साथ सम्मान हानि की भी संभावना है।*
*मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)*
*आज का दिन आप को सार्वजनिक क्षेत्र से लाभ के साथ सम्मान की प्राप्ति कराएगा। स्वभाव में जल्दबाजी भी रहेगी। जो भी कार्य करें बुद्धि विवेक के साथ ही करें तो होने वाले लाभ के प्रतिशत में अवश्य वृद्धि होगी। घर अथवा कार्य क्षेत्र पर किसी के ऊपर अनैतिक दबाव डालने से बचें विशेषकर कार्य क्षेत्र पर किसी सहकर्मी को डांटना स्वयं के लिए नुकसानदायक हो सकता है। सहकर्मी अथवा अधीनस्थ अवश्य ही कुछ ना कुछ गड़बड़ करेंगे फिर भी आज शांत रहकर सही समय की प्रतीक्षा करें। धन की आमद आवश्यकता अनुसार हो जाएगी लेकिन व्यर्थ के कार्यों मैं वृद्धि होने से अनैतिक खर्च भी बढ़ेंगे। घर में आप के अनुसार वातावरण ना मिलने पर क्रोध आ सकता है। इच्छा पूर्ति ना होने पर मानसिक तनाव आएगा।*
*कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
*आज का दिन आपके लिए कार्य सफलता वाला रहेगा दिन के पहले भाग में जो भी योजना बनाएंगे मध्यांतर थोड़ी दौड़ को उसके बाद उसे पूरा करके ही दम लेंगे स्वभाव में थोड़ी तेजी भी रहे जिससे स्वजनों से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं कार्यक्षेत्र पर आकस्मिक लाभ के योग बन रहे हैं। धन की आमद कि जितनी संभावना रहेगी वह अंत समय में किसी न किसी कारण से या तो टलेगी अथवा सोच से कम होगी। दूर रहने वाले जानकार से शुभ समाचार मिलने की संभावना है। आपकी प्रसन्नता ज्यादा देर तक स्थाई नहीं रह पाएगी स्वयं अथवा किसी जानने वाले को शारीरिक कष्ट होने से मानसिक पीड़ा होगी आज यात्रा सोच समझकर ही करें वाहन चलाते समय अधिक सावधानी बरतें दुर्घटना में गंभीर चोट लग सकती है घरेलू कार्य अस्त व्यस्त रहेंगे।*
*सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
*आज के दिन सुयोग बन रहे है कार्यो में सहज सफलता मिलने से उत्साह बढ़ेगा। भाग्य साथ देने से अटके कार्य पूर्ण होंगे धन की आमद भी रुक रुक कर होती रहेगी। पारिवारिक सदस्यों की कार्य क्षेत्र पर भी सहायता मिलेगी। परन्तु सरकारी कार्य में बाधा आने की संभावना है फिर भी किसी के सहयोग से इसे भी पार कर लेंगे। नौकरी पेशा जातको को अतिरिक्त कार्य सौंपा जा सकता है इसका लाभ भी शीघ्र मिल जायेगा। दूर रहने वाले रिश्तेदारो से मिलने के प्रसंग बनेंगे। पारिवारिक वातावरण में प्रेम एवं निकटता का अहसास होगा। संताने आज्ञा का पालन करेंगी। स्त्री सुख सामान्य रहेगा।*
*कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
*आज के दिन आपका मुख्य लक्ष्य अधिक से अधिक धन कमाना रहेगा। व्यावसायिक कार्य भी निर्बाध्य रूप से चलते रहेंगे आय के एक से अधिक साधन बनेंगे व्यस्तता भी अधिक रहने के कारण बीच बीच में शारीरिक समस्या खड़ी हो सकती है फिर भी आप परवाह किये बिना कार्यो में लगे रहेंगे। धन लाभ आशा के अनुरूप होगा परंतु अंतिम समय में व्यवधान भी आएंगे। कार्य क्षेत्र पर अधीनस्थों पर नजर रखें लापरवाही नुक्सान कराएगी। नौकरी पेशा जातक बेहतर कार्य के लिए पदोन्नत हो सकते है। लेकिन घरेलु वातावरण शंका के कारण ख़राब हो सकता है। स्त्री वर्ग से नाराजगी रहेगी।*
*तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
*आज का दिन भी आपके लिए आनंददायक रहेगा आज आप स्वतंत्र विचार रहने के कारण किसी के दबाव में नहीं आएंगे। कोई भी कार्य चाहे वह गलत हो या सही बिना सोचे समझे करेंगे। परिजन अथवा अन्य किसी स्नेही जन के टोकने विरोध पर उतारू हो जाएंगे। कार्य क्षेत्र पर आलस्य प्रमाद फैलाएंगे। अपना कार्य अन्य सहकर्मियों से करवाना आगे भारी पड़ सकता है इसका ध्यान रखें। धन की आमद किसी भी मार्ग से होकर ही रहेगी नैतिक हो या अनैतिक इसका आपके ऊपर प्रभाव नहीं पड़ेगा। धार्मिक एवं आध्यात्मिक कार्यों से जुड़ने का अवसर मिलेगा इन में निष्ठा रहेगी लेकिन केवल व्यवहार मात्र के लिए ही समय देंगे। घर में कोई बुजुर्ग अक्समात बीमार पड़ने से अतिरिक्त भागदौड़ करनी पड़ेगी। आवश्यक कार्य को आज के दिन पूरा करें कल पर छोड़ना हानि कराएगा।*
*वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
*आज का दिन बीते कल की तरह ज्यादा सुख सुविधा प्रदान नहीं कर पाएगा फिर भी सामान्य से उत्तम रहेगा। कार्य क्षेत्र से लाभ की संभावना जिस समय रहेगी उस समय ना होकर आगे पीछे होने से थोड़ी असहजता होगी। वैसे भी आप धन की आवश्यकता होने पर भी आर्थिक मामलों को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेंगे। मध्यान्ह बाद कार्यक्षेत्र पर कोई समस्या खड़ी होगी कुटुंबीजन इसको सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। दोपहर तक जिस कार्य को असंभव समझ रहे थे संध्या के समय वही कार्य आर्थिक लाभ के साथ सुख भी प्रदान करेगा। घरेलू वातावरण सामान्य ही रहेगा संतान के विषय में अथवा संतान से कष्ट मिलने की संभावना है। रक्ताल्पता निम्न रक्तचाप की शिकायत हो सकती है*
*धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)*
*आज के दिन आप जोड़-तोड़ की नीति अपनायेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी किसी से समझौता करना पड़ सकता है। एकल स्वामित्व वाले व्यवसाय में निवेश हानि करा सकता है इसके विपरीत भागीदारी के व्यवसाय में लाभ की संभावना अधिक रहेगी। आर्थिक कारणों से किसी से झगड़ा भी हो सकता है शांत व्यवहार से काम् चलाएं। स्वभाव में कामुकता अधिक रहेगी विपरीत लिंगीय के प्रति जल्दी आकर्षित हो जाएंगे सतर्क रहे हानि हो सकती है। गृहस्थ जीवन में सुख के साधन पर अधिक खर्च होगा। स्त्री संतान का सुख मिलेगा।*
*मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)*
*आज का दिन आपके लिए सामान्य फलदायक रहेगा दिन के पहले हिस्से में बड़ी-बड़ी योजनाएं बनाएंगे परिश्रम करने में भी कमी नहीं रखेंगे लेकिन परिस्थितियां आज साथ कम ही देंगी। कार्य क्षेत्र पर आपकी स्वयं की किसी गलती से नुकसान हो सकता है। अपनी ही गलती से शत्रुओं को बढ़ाएंगे। धन लाभ की कामना किसी सहयोगी अथवा परिचित के माध्यम से पूर्ण अवश्य हो जाएगी लेकिन कुछ कमी भी रहेगी। आज व्यवसाय कुटुंब एवं सामाजिक कार्य एक साथ आने से असहजता होगी। परिवार की किसी महिला की मदद मिलने से राहत मिलेगी लेकिन ताने सुनने के बाद। कुछ समय के लिए आप स्वयं को बंधा हुआ जैसा अनुभव करेंगे। सेहत स्वयं के ही कारण खराब होगी असमय भोजन करने से पेट संबंधित व्याधियां पनपेगी। कमर में दर्द भी हो सकता है।*
*कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
*आपका आज का दिन अवश्य धन लाभ कराएगा। लाभ की उम्मीद प्रातः काल से ही रहेगी लेकिन टलते टलते दोपहर तक ही इसमें सफलता मिलेगी। प्रातः काल में कुछ दिनों से टल रहे कार्य को करने की जल्दी रहेगी। मध्यान का समय काम ना होने से आराम में बीतेगा। महिलाएं भी कामना पूर्ती से प्रसन्न रहेंगी। सामाजिक क्षेत्र पर वर्चस्व में कमी आने पर भी दिनचर्या सामान्य ही रहेगी। नौकरी पेशा जातक किसी जटिल कार्य को लेकर परेशान हो सकते है परन्तु सहायता मिलने पर कार्य पूर्ण कर लेंगे। दाम्पत्य जीवन में आज भी नीरसता ही अधिक रहने वाली है। सामाजिक आयोजनों में जाना टल भी सकता है।*
*मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
*आज के दिन आपका स्वभाव संतोषी रहेगा। घर एवं बाहर परिस्थिति के अनुसार खुद को ढाल लेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी सुविधा अनुसार ही कार्य करेंगे कार्य विस्तार के मूड में आज बिलकुल नहीं रहेगें। बीच-बीच में अकारण ही क्रोध की स्थिति भी बनेगी फिर भी हालात खराब नहीं होने देंगे। सरकारी कार्यो में ढील देना हानि कारक रह सकता है। प्रतिस्पर्धी भी आपकी मनोदशा देख कर जम कर फायदा उठाएंगे लेकिन परोपकार की भावना प्रबल रहने से इन बातों का आपके ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। परिजन आपकी अधिक उदार वृति का विरोध कर सकते है। संताने मनमानी करेंगी। आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी।*

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