🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 30 जनवरी 2021*
⛅ *दिन - शनिवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2077*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - शिशिर*
⛅ *मास - माघ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - पौष)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - द्वितीया रात्रि 10:12 तक तत्पश्चात तृतीया*
⛅ *नक्षत्र - मघा 31 जनवरी रात्रि 02:28 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी*
⛅ *योग - सौभाग्य शाम 03:09 तक तत्पश्चात शोभन*
⛅ *राहुकाल - सुबह 10:04 से सुबह 11:28 तक*
⛅ *सूर्योदय - 07:17*
⛅ *सूर्यास्त - 18:26*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
💥 *विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *माघ कृष्ण चतुर्थी / संकष्टी चतुर्थी / संकट चौथ* 🌷
➡ *31 जनवरी 2021 रविवार को संकट चौथ, संकष्टी चतुर्थी का त्यौहार है। इस चतुर्थी को 'माघी कृष्ण चतुर्थी', 'तिलचौथ', ‘वक्रतुण्डी चतुर्थी’ भी कहा जाता है।*
🙏🏻 *इस दिन गणेश भगवान तथा संकट माता की पूजा का विधान है। संकष्ट का अर्थ है 'कष्ट या विपत्ति', 'कष्ट' का अर्थ है 'क्लेश', सम् उसके आधिक्य का द्योतक है। आज किसी भी प्रकार के संकट, कष्ट का निवारण संभव है। आज के दिन व्रत रखा जाता है। इस व्रत का आरम्भ ' गणपतिप्रीतये संकष्टचतुर्थीव्रतं करिष्ये ' - इस प्रकार संकल्प करके करें । सायंकालमें गणेशजी का और चंद्रोदय के समय चंद्र का पूजन करके अर्घ्य दें।*
*'गणेशाय नमस्तुभ्यं सर्वसिद्धि प्रदायक।*
*संकष्टहर में देव गृहाणर्धं नमोस्तुते।*
*कृष्णपक्षे चतुर्थ्यां तु सम्पूजित विधूदये।*
*क्षिप्रं प्रसीद देवेश गृहार्धं नमोस्तुते।'*
🙏🏻 *नारदपुराण, पूर्वभाग अध्याय 113 में संकष्टीचतुर्थी व्रत का वर्णन इस प्रकार मिलता है।*
*माघकृष्णचतुर्थ्यां तु संकष्टव्रतमुच्यते । तत्रोपवासं संकल्प्य व्रती नियमपूर्वकम् ।। ११३-७२ ।।*
*चंद्रोदयमभिव्याप्य तिष्ठेत्प्रयतमानसः । ततश्चंद्रोदये प्राप्ते मृन्मयं गणनायकम् ।। ११३-७३ ।।*
*विधाय विन्यसेत्पीठे सायुधं च सवाहनम् । उपचारैः षोडशभिः समभ्यर्च्य विधानतः ।। ११३-७४ ।।*
*मोदकं चापि नैवेद्यं सगुडं तिलकुट्टकम् । ततोऽर्घ्यं ताम्रजे पात्रे रक्तचंदनमिश्रितम् ।। ११३-७५ ।।*
*सकुशं च सदूर्वं च पुष्पाक्षतसमन्वितम् । सशमीपत्रदधि च कृत्वा चंद्राय दापयेत् ।। ११३-७६ ।।*
*गगनार्णवमाणिक्य चंद्र दाक्षायणीपते । गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेशप्रतिरूपक ।। ११३-७७ ।।*
*एवं दत्त्वा गणेशाय दिव्यार्घ्यं पापनाशनम् । शक्त्या संभोज्य विप्राग्र्यान्स्वयं भुंजीत चाज्ञया ।। ११३-७८ ।।*
*एवं कृत्वा व्रतं विप्र संकष्टाख्यं शूभावहम् । समृद्धो धनधान्यैः स्यान्न च संकष्टमाप्नुयात् ।। ११३-७९ ।।*
🙏🏻 *माघ कृष्ण चतुर्थी को ‘संकष्टवव्रत’ बतलाया जाता है। उसमें उपवास का संकल्प लेकर व्रती सबेरे से चंद्रोदयकाल तक नियमपूर्वक रहे। मन को काबू में रखे। चंद्रोदय होने पर मिट्टी की गणेशमूर्ति बनाकर उसे पीढ़े पर स्थापित करे। गणेशजी के साथ उनके आयुध और वाहन भी होने चाहिए। मिटटी में गणेशजी की स्थापना करके षोडशोपचार से विधिपूर्वक उनका पूजन करें । फिर मोदक तथा गुड़ से बने हुए तिल के लडडू का नैवेद्य अर्पण करें।*
*तत्पश्चात् तांबे के पात्र में लाल चन्दन, कुश, दूर्वा, फूल, अक्षत, शमीपत्र, दधि और जल एकत्र करके निम्नांकित मंत्र का उच्चारण करते हुए उन्हें चन्द्रमा को अर्घ्य दें -*
*गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते।*
*गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेशप्रतिरूपक॥*
*'गगन रूपी समुद्र के माणिक्य, दक्ष कन्या रोहिणी के प्रियतम और गणेश के प्रतिरूप चन्द्रमा! आप मेरा दिया हुआ यह अर्घ्य स्वीकार कीजिए।’*
*इस प्रकार गणेश जी को यह दिव्य तथा पापनाशन अर्घ्य देकर यथाशक्ति उत्तम ब्राह्मणों को भोजन कराने के पश्च्यात स्वयं भी उनकी आज्ञा लेकर भोजन करें। ब्रह्मन ! इस प्रकार कल्याणकारी ‘संकष्टवव्रत’ का पालन करके मनुष्य धन-धान्य से संपन्न होता है। वह कभी कष्ट में नहीं पड़ता।*
🙏🏻 *लक्ष्मीनारायणसंहिता में भी कुछ इसी प्रकार वर्णन मिलता है ।*
*माघकृष्णचतुर्थ्यां तु संकष्टहारकं व्रतम् ।*
*उपवासं प्रकुर्वीत वीक्ष्य चन्द्रोदयं ततः ।। १२८ ।।*
*मृदा कृत्वा गणेशं सायुधं सवाहनं शुभम् ।*
*पीठे न्यस्य च तं षोडशोपचारैः प्रपूजयेत् ।। १२९ ।।*
*मोदकाँस्तिलचूर्णं च सशर्करं निवेदयेत् ।*
*अर्घ्यं दद्यात्ताम्रपात्रे रक्तचन्दनमिश्रितम् ।। १३० ।।*
*कुशान् दूर्वाः कुसुमान्यक्षतान् शमीदलान् दधि ।*
*दद्यादर्घ्यं ततो विसर्जनं कुर्यादथ व्रती ।। १३१ ।।*
*भोजयेद् भूसुरान् साधून् साध्वीश्च बालबालिकाः ।*
*व्रती च पारणां कुर्याद् दद्याद्दानानि भावतः ।। १३२ ।।*
*एवं कृत्वा व्रतं स्मृद्धः संकटं नैव चाप्नुयात् ।*
*धनधान्यसुतापुत्रप्रपौत्रादियुतो भवेत् ।। १३३ ।।*
➡ *भविष्यपुराण में भी इस व्रत का वर्णन मिलता है ।*
👉🏻 *आज के दिन क्या करें*
➡ *१. गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ अत्यन्त शुभकारी होगा ।*
➡ *२. गणेश भगवान को दूध (कच्चा), पंचामृत, गंगाजल से स्नान कराकर, पुष्प, वस्त्र आदि समर्पित करके तिल तथा गुड़ के लड्डू, दूर्वा का भोग जरूर लगायें। लड्डू की संख्या 11 या 21 रखें। गणेश जी को मोदक (लड्डू), दूर्वा घास तथा लाल रंग के पुष्प अति प्रिय हैं । गणेश अथर्वशीर्ष में कहा गया है "यो दूर्वांकुरैंर्यजति स वैश्रवणोपमो भवति" अर्थात जो दूर्वांकुर के द्वारा भगवान गणपति का पूजन करता है वह कुबेर के समान हो जाता है। "यो मोदकसहस्रेण यजति स वाञ्छित फलमवाप्रोति" अर्थात जो सहस्र (हजार) लड्डुओं (मोदकों) द्वारा पूजन करता है, वह वांछित फल को प्राप्त करता है।*
➡ *३. आज गणपति के 12 नाम या 21 नाम या 101 नाम से पूजा करें ।*
➡ *४. शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्ष के। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥ “ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली और एक पक्ष तक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है ।*
➡ *५. किसी भी समस्या के समाधान के लिए आज संकट नाशन गणेश स्तोत्र के 11 पाठ करें।*🌺🙏🏻पंचक आरम्भ
फरवरी 12, 2021, शुक्रवार को 02:11 am
पंचक अंत
फरवरी 16, 2021, मंगलवार को 08:57 pm
षटतिला एकादशी रविवार, 07 फरवरी 2021
जया एकादशी मंगलवार, 23 फरवरी 2021
09 फरवरी- भौम प्रदोष व्रत
24 फरवरी- प्रदोष व्रत
माघ पूर्णिमा 27 फरवरी, शनिवार
माघ अमावस्या 11 फरवरी 2021, गुरुवार
मेष
आज के दिन विदेश से संबंधित कार्य सफलता से पूरे होंगे। परिवार में किसी सदस्य का स्वास्थ चिंता का विषय बन सकता है। लव लाइफ में कुछ तनाव रह सकता है। ससुराल पक्ष से अच्छे संबंध होंगे। यदि आप व्यापार करते हैं, तो उसमें आज कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। छात्रों को आज अपनी मनपसंद जगह पर एडमिशन मिलने की उम्मीद है और दोस्तों के साथ कहीं घूमने भी जा सकते हैं। घर के लिए कुछ जरूरी सामान की खरीदारी भी करनी पड़ सकती है।
वृष
आप आज अपने पिताजी के स्वास्थ्य का विशेष रुप से ध्यान रखें, उन्हें किसी भी तरह के संक्रमण से दूरी रखने को कहे। परिवार का कोई सदस्य आज आपको खुशी की खबर सुना सकता है। संपत्ति का अच्छा विकास होगा। आपके कार्यक्षेत्र में यदि कोई महिला मित्र हैं, तो आज उनके सहयोग से आप कुछ नए प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर देंगे और आपका आत्मबल बढ़ेगा। आपके भाई का साथ आज आपके काम आएगी, जिससे आपका व्यापार उन्नति करेगा।
मिथुन
आज के दिन यदि आप अपने कैरियर में कुछ बदलाव की सोच रहे हैं, तो अभी समय अनुकूल नहीं है, इसलिए कोई भी काम करने से पहले अपने पिता व जीवन साथी से सलाह जरूर ले। आज आपके किसी परिचित व्यक्ति की सहायता से आपका अटका हुआ पैसा आपको मिल जायेगा। लव लाइफ में आप के सम्मान में वृद्धि होगी और छोटे बच्चों के साथ आप अच्छा समय बिताएंगे। यदि पारिवारिक संपत्ति में कोई विवाद चल रहा है, तो वह आज खत्म होगा और व्यापार में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय सफल होंगे।
कर्क
आज का दिन विवाह योग्य जातकों लिए शुभ समाचार लेकर आया है और मांगलिक कार्य की रूपरेखा बनेगी। आज के दिन यदि आप किसी नए प्रोजेक्ट पर काम करना चाहते हैं, तो उसमें आपको आपने अधिकारियों का समर्थन प्राप्त होगा और आपके कुछ पुराने मित्र भी समर्थन देंगे। यदि आपकी कुछ पिछली समस्याएं आपको परेशान कर रही थी, तो आज आपको उन से मुक्ति मिलेगी। छात्रों के लिए शिक्षा के मार्ग प्रशस्त होंगे।
सिंह
आज आप अपने कुछ मित्रों के साथ कहीं घूमने का प्लान बना सकते हैं। यदि आज के दिन आपके कुछ कार्य अधूरे पड़े हैं, उनके लिए आज आपको महापौर करनी पड़ सकती है। छात्रों को अधिक मेहनत से काम करने की जरूरत पड़ेगी। जीवन साथी से आपके संबंध मधुर होंगे। परिवार के खर्चे नियंत्रण नियंत्रण में रहेंगे। आपके छोटे भाई को उन्नति मिलेगी, जिससे सबका मन खुश होगा। व्यापार कर रहे लोगों के लिए आज नगद धन की कमी हो सकती है, इसलिए किसी भी तरह के लेनदेन से बचने की कोशिश करें।
कन्या
आज का दिन आपके रोजगार के क्षेत्र के स्थानों से छुटकारा दिलाएगा। यदि आपको अपने किसी भाई-बहन की चिंता थी, तो आज वह खत्म होगी, जिसमें माता-पिता का आशीर्वाद मिलेगा और आपका मन प्रसन्न चित्त हो जाएगा। यदि आप निवेश करना चाहते हैं, तो आज का दिन सही नहीं है। निवेश करने से बचें। आज आप अपनी लव लाइफ का खुलासा अपने परिवार में कर सकते हैं, जिससे आपके पारिवारिक वातावरण में तनाव हो सकता है।
तुला
यदि छात्र आज के दिन किसी प्रतियोगिता के परीक्षा की तैयारी में लगे हैं तो उनको कठोर मेहनत की आवश्यकता होगी आपको आज के दिन घर परिवार के हुजूर सदस्यों से टकराव मोल लेना सही नहीं होगा आप के कारोबार में वृद्धि होगी और आपके विचारों से वहां का माहौल सकारात्मक रहेगा आज धर्म-कर्म के कार्य में आपका मन लगेगा आप दोस्तों के साथ तीर्थ यात्रा का कार्यक्रम भी बना सकते हैं।
वृश्चिक
आज अपनी लव लाइफ में आपको ऊर्जा नजर आएगी आपके व्यापार में उन्नति के साथ-साथ आज आपको आपके पद की गरिमा भी बढ़ जाएगी आप लोगों को छोटा छोटा मोटा लेना-देना चुका देने के बावजूद भी आपके धन कोष में कमी नहीं आएगी आप अपने परिवार के सदस्यों की जरूरतों का ध्यान रखेंगे छात्रों को अपने अध्यापकों का सहयोग मिलेगा और वह अपने सभी कार्य पूरे करेंगे आज के दिन की स्थिति या आपके पक्ष में नजर हो होती आ रही हैं।
धनु
आज आपको अपनी पारिवारिक संपत्ति से लाभ मिलेगा, लेकिन आज परिवार के किसी खास सदस्य के स्वास्थ्य में कमी आ सकती है, जिससे परिवार का वातावरण तनावपूर्ण सकता है। संतान से कोई खुशी की खबर सुनने को मिल सकती है। आज आपकी आर्थिक लाभ की स्थिति उत्तम बनी हुई है, निवेश के लिए बहुत बढ़िया समय है और नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं, तो भाग्य आपका साथ देगा।
मकर
आज परिवार के सदस्य आपकी बातों से बहुत प्रभावित होंगे और उनको अच्छा मार्गदर्शन मिलेगा। यदि आज आप अपने आलस्य को त्याग देंगे, तो आपको कार्य क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार मिलेगा, जिससे आपके भविष्य की उन्नति होगी। एक्सरसाइज व योग करने का आपको अच्छा परिणाम दिखेगा। छोटे सदस्यों के साथ आपका बहुत मन लगेगा और आप आज उनके लिए कुछ गिफ्ट खरीद कर भी ला सकते हैं।
कुंभ
आज के दिन राजनीति में काम करने वाले लोगों के लिए आर्थिक लाभ के योग बन रहे हैं। छात्रों को शिक्षा में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन उनके गुरु जन उनकी मदद करेंगे, जिससे वे राहत भरी सांस ले सकेंगे। यदि आपके कुछ शत्रु है, तो आज आपको से राहत मिलेगी।आज आपके अपने पिताजी से संबंध सुधर जाएंगे और आप अपनी लव लाइफ में उत्साह और उमंग महसूस करेंगे।
मीन
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा। आज कुछ विपरीत हालातों की वजह से मन निराश हो सकता है। कुछ जरूरी खर्चे भी सामने आएंगे, लेकिन आपके घर के वरिष्ठ सदस्यों का सहयोग घर के माहौल को ठीक रखने में सहायक रहेगा। आपकी आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी। आज किसी भी तरह का निवेश आपको हानि पहुंचा सकता है। आज आपके मित्र व आपकी पर्सनल लाइफ आपको मानसिक शांति प्रदान करेगी
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं
अंक ज्योतिष के अनुसार आपका मूलांक तीन आता है। यह बृहस्पति का प्रतिनिधि अंक है। आप दार्शनिक स्वभाव के होने के बावजूद एक विशेष प्रकार की स्फूर्ति रखते हैं। आपकी शिक्षा के क्षेत्र में पकड़ मजबूत होगी। आप एक सामाजिक प्राणी हैं। ऐसे व्यक्ति निष्कपट, दयालु एवं उच्च तार्किक क्षमता वाले होते हैं। आप सदैव परिपूर्णता या कहें कि परफेक्शन की तलाश में रहते हैं यही वजह है कि अकसर अव्यवस्थाओं के कारण तनाव में रहते हैं। अनुशासनप्रिय होने के कारण कभी-कभी आप तानाशाह भी बन जाते हैं।
शुभ दिनांक : 3, 12, 21, 30
शुभ अंक : 1, 3, 6, 7, 9,
शुभ वर्ष : 2028, 2030, 2031, 2034, 2043, 2049, 2052,
ईष्टदेव : देवी सरस्वती, देवगुरु बृहस्पति, भगवान विष्णु
शुभ रंग : पीला, सुनहरा और गुलाबी
कैसा रहेगा यह वर्ष
नवीन व्यापार की योजना भी बन सकती है। दांपत्य जीवन में सुखद स्थिति रहेगी। घर या परिवार में शुभ कार्य होंगे। आपके लिए यह वर्ष सुखद है। किसी विशेष परीक्षा में सफलता मिल सकती है। नौकरीपेशा के लिए प्रतिभा के बल पर उत्तम सफलता का है। महत्वपूर्ण कार्य से यात्रा के योग भी है। मित्र वर्ग का सहयोग सुखद रहेगा। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे
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