मैं बुध हु!
अंक मेरा 5
मुझे मैं है कुछ खास!
अंको मैं बीच मैं आऊं!
सभी से मैं दोस्ती निभाऊ!
पानी के साथ मैं पानी कहलाऊ!
जरूरत पड़ने पर पारा बन जाऊं!
जैसे को तैसा दिलाउ!
किसी का सगा ना कहलाऊं!
दिमाग का मै दम दिखाऊ!
बड़े बड़े बिजनेसमैन मैं बनाऊं!
सोटकट भी मैं चलाऊं!
रफ्तार में काबू ना आऊं!
सूरज के नजदीक में जाऊं!
अच्छी एनर्जी लेकर आऊं!
बड़ों में बड़ा बन जाऊं!
बच्चों संग बच्चा कहलाऊ!
बन ठन के पूरा जाऊं!
जरूरत पड़ने पर लोगों को हंसाऊ!
बुद्धि का में प्रति कहलाऊ!
हरा रंग में साथ में लाऊ!
व्यक्ति की उम्र छुपाऊं!
स्वास्थ्य में मै खुशहाली लाऊं!
अग्नि से मैं ना घबराऊ!
अग्नि संग अग्नि बन जाऊं!
बर्फ से मे जा टकराऊ!
तूफान में तूफान बन जाऊं!
वृक्षों में सदा ही पाऊं!
पहाड़ों पर में हरियाली लाऊं!
अच्छे बुरे को मैं समझाऊं!
बड़े बड़े समझौते करवाऊ!
ऊंच-नीच का फर्क समझाऊ!
बर्फ को बर्फ और पानी को पानी बताऊ!
बैलेंससिंग का मैं प्रति कहला हूं!
बुरी चीज को भी बढ़ाऊ!
अच्छी चीज में भी इजाफा लाऊ!
बुरे संग में बुरा बन जाऊं!
अच्छे संग अच्छा कहलाऊ!
दुर्घटनाओं से मैं बचाऊ!
तभी ग्रीन सिग्नल कहलाऊ!
बैंकों का मैं प्रतीक बन जाऊं
हिसाब किताब मिनट में समझाऊं!
केलकुलेटर सा मैं बन जाऊं!
गणित के में सवाल सुलझाऊ!
घूमने फिरने का मैं आधी बनाऊं!
सारी दुनिया घूम के आऊं!
किसी का बुरा मैं ना चाहूं!
बुद्धि से ही जीत दिलाऊ!
बड़ी-बड़ी में सकीम लगाऊ!
रेल से मेट्रो बन जाऊं!
मतलब का मैं मीत कहलाऊ!
सभी के साथ में प्रीत निभाऊ!
विकास कि मैं लहर चलाऊ!
फिर भी संतुष्ट ना हो पाऊं!
तब जाकर मैं बुध कहलाऊ
Prem raaj tiwaary
Numerologist
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