आज का हिन्दू पंचांग
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दिनांक 01 नवम्बर 2020
दिन - रविवार
विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)
शक संवत - 1942
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - हेमंत
मास - कार्तिक (गुजरात एवं
महाराष्ट्र अनुसार - अश्विन)
पक्ष - कृष्ण
तिथि - प्रतिपदा रात्रि 10:49 तक तत्पश्चात द्वितीया
नक्षत्र - भरणी रात्रि 08:57 तक तत्पश्चात कृत्तिका
योग - व्यतिपात 02 नवम्बर प्रातः 05:19 तक तत्पश्चात वरीयान्
राहुकाल - शाम 04:37 से शाम 06:03 तक
सूर्योदय - 06:42
सूर्यास्त - 18:01
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण -
विशेष - प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा, पेठा) न खाये, क्योंकि यह धन की हानि
करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
कार्तिक मास
महाभारत
अनुशासन पर्व अध्याय 106 के अनुसार “कार्तिकं तु नरो मासं यः
कुर्यादेकभोजनम्। शूरश्च बहुभार्यश्च कीर्तिमांश्चैव जायते।।” जो मनुष्य कार्तिक मास में एक समय भोजन
करता है, वह शूरबीर, अनेक भार्याओं से संयुक्त और कीर्तिमान
होता है।
कार्तिक में बैंगन और करेला खाना मना बताया गया है .?
महाभारत अनुशासन पर्व अध्याय 66 जो
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में अन्न का दान करता है, वह दुर्गम संकट से पार हो जाता है और मरकर अक्षय सुख का भागी होता है
।
शिवपुराण के अनुसार कार्तिक में गुड़ का दान करने से मधुर भोजन की
प्राप्ति होती है।
स्कंदपुराण वैष्णवखंड के अनुसार-
‘मासानां कार्तिकः श्रेष्ठो देवानां
मधुसूदनः। तीर्थ नारायणाख्यं हि त्रितयं दुर्लभं कलौ।’
अर्थात मासों में कार्तिक, देवताओं
में भगवान विष्णु और तीर्थों में नारायण तीर्थ बद्रिकाश्रम श्रेष्ठ है। ये तीनों
कलियुग में अत्यंत दुर्लभ हैं।
स्कंदपुराण वैष्णवखंड के अनुसार-
‘न कार्तिसमो मासो न कृतेन समं युगम्।
न वेदसदृशं शास्त्रं न तीर्थ गंगया समम्।’
अर्थात कार्तिक के समान दूसरा कोई मास नहीं, सतयुगके समान कोई युग नहीं, वेद के समान कोई शास्त्र नहीं और
गंगाजीके समान कोई तीर्थ नहीं है।
भगवान श्री कृष्ण को वनस्पतियों में तुलसी, पुण्य क्षेत्रों में द्वारिकापुरी, तिथियों में एकादशी और महिनों में कार्तिक
विशेष प्रिय है- कृष्णप्रियो हि कार्तिक:, कार्तिक:
कृष्णवल्लभ:। इसलिए कार्तिक मास को अत्यंत
पवित्र और पुण्यदायक माना गया है।
कार्तिक मास
31 अक्टूबर से 30 नवम्बर तक कार्तिक स्नान ।
विशेष ~ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार अभी
अश्विन मास है ।
कार्तिक मास में वर्जित
ब्रह्माजी ने नारदजी को कहा : ‘कार्तिक
मास में चावल, दालें, गाजर, बैंगन, लौकी और बासी अन्न नहीं खाना चाहिए | जिन फलों में बहुत सारे बीज हों उनका भी त्याग करना चाहिए और संसार – व्यवहार न करें |’
कार्तिक मास में विशेष पुण्यदायी
प्रात: स्नान,
दान, जप, व्रत, मौन, देव – दर्शन, गुरु – दर्शन, पूजन का अमिट पुण्य होता है | सवेरे तुलसी का दर्शन भी समस्त पापनाशक
है | भूमि पर शयन, ब्रह्मचर्य का पालन, दीपदान, तुलसीबन अथवा तुलसी के पौधे लगाना हितकारी है |
भगवदगीता का पाठ करना तथा उसके अर्थ में अपने मन को लगाना चाहिए | ब्रह्माजी नारदजी को कहते हैं कि ‘ऐसे व्यक्ति के पुण्यों का वर्णन
महिनों तक भी नहीं किया जा सकता |’
श्रीविष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करना भी विशेष लाभदायी है | 'ॐ नमो नारायणाय '| इस महामंत्र का जो जितना अधिक जप करें, उसका उतना अधिक मंगल होता है | कम – से – कम १०८ बार तो जप करना ही चाहिए |
प्रात: उठकर करदर्शन करें | ‘पुरुषार्थ
से लक्ष्मी, यश, सफलता
तो मिलती है पर परम पुरुषार्थ मेरे नारायण की प्राप्ति में सहायक हो’ – इस भावना से हाथ देखें तो कार्तिक मास
में विशेष पुण्यदायी होता है |
सूर्योदय के पूर्व स्नान अवश्य करें
जो कार्तिक मास में सूर्योदय के बाद स्नान करता है वह अपने पुण्य
क्षय करता है और जो सूर्योदय के पहले स्नान करता है वह अपने रोग और पापों को नष्ट
करनेवाला हो जाता है | पूरे कार्तिक मास के स्नान से पापशमन
होता है तथा प्रभुप्रीति और सुख – दुःख
व अनुकूलता – प्रतिकूलता में सम रहने के सदगुण
विकसित होते हैं |
हम छोटे थे तब की बात है | हमारी
माँ कार्तिक मास में सुबह स्नान करती, बहनें
भी करतीं, फिर आस - पडोस की माताओं - बहनों के
साथ मिल के भजन गातीं | सूर्योदय से पहले स्नान करने से
पुण्यदायी ऊर्जा बनती है,
पापनाशिनी मति आती है | कार्तिक मास का आप लोग भी फायदा उठाना |
३ दिन में पूरे कार्तिक मास के पुण्यों की प्राप्ति
कार्तिक मास के सभी दिन अगर कोई प्रात: स्नान नहीं कर पाये तो उसे
कार्तिक मास के अंतिम ३ दिन – त्रयोदशी, चतुर्दशी और पूर्णिमा को 'ॐकार' का जप करते हुए सुबह सूर्योदय से तनिक
पहले स्नान कर लेने से महिनेभर के कार्तिक मास के स्नान के पुण्यों की प्राप्ति
कही गयी है |
विष्णु
पुराण के अनुसार रविवार, एकादशी, द्वादशी, संक्रान्ति, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण तथा संध्या काल में तुलसी
के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए.
मान्यता
के अनुसार दरअसल, तुलसी मां एकादशी व्रत करती हैं और
इसलिए उन्हें तोड़कर परेशान नहीं किया जाता. एकादशी के दिन पत्ते तोड़ने से घर में
गरीबी का वास होता है.
ठीक
उसी प्रकार रविवार को भी तुलसी का पत्ता तोड़ने की मनाही होती है. रविवार विष्णु
का प्रिय वार है. ऐसे में लक्ष्मी के रूप तुलसी को इस दिन तोड़ना उनका अपमान करने
जैसा है.
कई
जगहों पर क्रूर वार होने के कारण मंगलवार को भी तुलसी नहीं तोड़ते.
तुलसी
का पत्ता बिना स्नान किए नहीं तोड़ना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार यदि कोई व्यक्ति
बिना नहाए ही तुलसी के पत्तों को तोड़ता है तो पूजन में ऐसे पत्ते भगवान द्वारा
स्वीकार नहीं किए जाते हैं.
तुलसी
के पत्तों को 11 दिनों तक बासी नहीं माना जाता है.
इसकी पत्तियों पर हर रोज जल छिड़कर पुन: भगवान को अर्पित किया जा सकता है.
वहीं
सप्ताह के सातों दिनों में रविवार और मंगलवार को क्रूर तो शनि को अशुभ वार माना
जाता है। रविवार के दिन तुलसी में जल देना निषेध किया गया है। साथ ही इस दिन तुलसी
को जल भी नहीं दिया जाता है। इसलिए मंगल और शनिवार को भी तुलसी के पत्ते तोड़ना
निषेध है, जो घर की सुख-समृद्धि के लिए आवश्यक
है।
शिवजी, गणेशजी और भैरवजी को तुलसी नहीं चढ़ानी
चाहिए.
तुलसी
के पौधे के पास झाड़ू या जूता-चप्पल नहीं होना चाहिए। बहुत से तोग तुलसी के पौधे
के साथ अन्य फूल पत्तियों के पौधे लगा देते हैं जो ठीक नहीं है। तुलसी जिस गमले
में लगाएं उसमें कोई अन्य पौधा लगाना ठीक नहीं होता है। इससे तुलसी का विकास
समुचित नहीं हो पाता है और वह सूखने लग जाती है।
आज का राशिफल
अपनी राशि के अनुसार जानिए क्या कहता है आपका राशिफल।
मेष
आपका
आज का दिन आपको अच्छे समाचार सुनाएगा।
परिवार वालों का पूरा सहयोग मिलेगा। माँ जी से आपको सुख मिलेगा और उनसे धन लाभ हो
सकता है। कार्यक्षेत्र में स्थितियां अच्छी रहेगी। आपके ट्रांसफर के योग
बनेंगे।स्वास्थ्य के मामले में आज का दिन थोड़ा कमजोर है। दांपत्य जीवन में खुशियां
रहेंगी।
वृष
आज
के दिन आपके खर्चे काफी होंगे। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। परिवार से कोई दूर यात्रा
पर जा सकता है। धार्मिक क्रियाकलापों में मन लगेगा। ऑफिस में मन कम लगेगा। काम से
जी चुराने के योग बन रहे हैं, इसलिए
थोड़ा ध्यान दें। पारिवारिक जीवन शांतिपूर्ण रहेगा। दांपत्य जीवन के लिए दिन कमजोर
है। जो लोग लव रिलेशनशिप में है, उन्हें
आज अच्छे परिणाम मिलेंगे।
मिथुन
पैसे
के मामले में आज आप काफी लकी रहेंगे। लाभ होगा, मानसिक
खुशी होगी। प्रेम जीवन में आज सफलता का दिन है। सुकून भरे पल बिताएंगे और जो लोग
शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं,
उनका आज पढ़ाई में मन लगेगा। आप
शादीशुदा हैं तो संतान को सुख मिलेगा जिससे आपको संतुष्टि प्राप्त होगी। किसी
कलात्मक कार्य में अपने हाथ आजमाएंगे और उससे धन अर्जित करेंगे।
कर्क
आज
का दिन ध्यान पूर्वक चलने के लिए है। कार्यक्षेत्र में काम पर ही फोकस करें अन्यथा
स्थिति बिगड़ सकती है। पारिवारिक जीवन बढ़िया रहेगा और माता पिता का सुख मिलेगा।
स्वास्थ्य थोड़ा कमजोर रहने की संभावना है। अधिक व्यस्तता से बचें और स्वयं के लिए
समय निकालें। प्रेम जीवन में कोई नई बात आपके बीच खुशी का कारण बनेगी।
सिंह
आज
का दिन विद्यार्थियों के लिए काफी अनुकूल रहेगा। उच्च शिक्षा प्राप्त करने की दिशा
में सफलता मिलेगी। प्रेम संबंधों के लिए भी दिन बेहतर है। जिनकी शादी हो चुकी है, उनके दांपत्य जीवन में कुछ समस्याएं रह
सकती हैं। कार्यस्थल पर आपका काम आपके लिए कोई खुशखबरी लेकर आ सकता है। स्वास्थ्य
मजबूत रहेगा। अपने काम से काम रखेंगे तो अनुकूल रहेगा।
कन्या
व्यापार
के सिलसिले में प्रयासों को गति मिलेगी और व्यापार में बढ़ोतरी होगी। जीवनसाथी का
सहयोग मिलेगी। आपके काम में उम्मीदें जागेंगी। पारिवारिक जीवन में भी परिजनों का
सहयोग आपको प्राप्त होगा। यात्राओं पर जाने के लिए समय अनुकूल नहीं है। झगड़े से
बचना चाहिए। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा तथा प्रेम संबंधों के लिए दिन अनुकूल नहीं
है।
तुला
कार्य
में विलंब हो सकता है, जिससे आपको थोड़ी दिक्कत होगी। मानसिक
रूप से दबाव महसूस करेंगे। इस दौरान खर्चे भी काफी अधिक रहेंगे, जिन पर नियंत्रण रखना आपके लिए आवश्यक
होगा। दांपत्य जीवन में तनाव रह सकता है, जिससे
बचने का प्रयास करना आवश्यक होगा। यदि किसी से प्रेम करते हैं तो आज उनसे मन की
बात कह सकते हैं। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और कार्यक्षेत्र में आपको अच्छा लाभ मिल
सकता है।
वृश्चिक
आज
का दिन आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है। निवेश किए गए धन से लाभ होगा।
प्रेम जीवन में भी अंतरंग पलों में बढ़ोतरी होगी और अपने प्रिय के साथ समय
बिताएंगे। शिक्षा में रुकावट का समय खत्म होगा। यदि आप शादीशुदा हैं तो संतान को
सुख की प्राप्ति होगी। काम में मन थोड़ा कम लगेगा और परिवार के प्रति ध्यान अधिक
देंगे, जिससे काम का दबाव आपके ऊपर बढ़ सकता
है।
धनु
आज
का दिन आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है। निवेश किए गए धन से लाभ होगा।
प्रेम जीवन में भी अंतरंग पलों में बढ़ोतरी होगी और अपने प्रिय के साथ समय
बिताएंगे। शिक्षा में रुकावट का समय खत्म होगा। यदि आप शादीशुदा हैं तो संतान को
सुख की प्राप्ति होगी। काम में मन थोड़ा कम लगेगा और परिवार के प्रति ध्यान अधिक
देंगे, जिससे काम का दबाव आपके ऊपर बढ़ सकता
है।
मकर
निजी
जीवन के लिए दिन अनुकूल है। परिवार के साथ समय बिताएंगे। परिवार का सहयोग भी काम
में मिलेगा और पेशेवर जीवन में भी अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। खर्च काफी अधिक रह
सकते हैं। आवश्यक कार्यों पर ही खर्च होंगे लेकिन फिर भी आपकी जेब पर बोझ पड़ेगा।
आज आपके जीवनसाथी और माँ जी के बीच अच्छा तालमेल देखने को मिलेगा और दोनों साथ में
शॉपिंग करने जा सकते हैं।
कुंभ
कार्यक्षेत्र
में प्रबल सफलता मिल सकती है और काम के उद्देश्य से की गई यात्राएं काफी सफलता
देंगी। किसी छोटी यात्रा पर जाने से मन भी प्रसन्न होगा और आपको कुछ नए सौदे मिलने
की उम्मीद होगी, जिससे आपका व्यापार गति पकड़ेगा। इनकम
में बढ़ोतरी होगी। खर्चों का बोझ भी आप पर रहेगा, फिर भी मन प्रसन्न रहने से कार्य में सफलता मिलेगी।
मीन
परिवार
में कुछ समस्याएं आ सकती हैं, जो
आप का ध्यान आकर्षित करेंगी। अपनी वाणी और व्यवहार से आप दूसरों को सफलता प्रदान
करने में सहायता करेंगे और इसका लाभ आपको भी होगा। आपके मान सम्मान में बढ़ोतरी
होगी। धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। कार्य क्षेत्र में स्थिति सामान्य
रहेगी ।पारिवारिक जीवन का तनाव आप पर हावी हो सकता है, इससे बचने का प्रयास करें। दांपत्य
जीवन सामान्य रहेगा। जो लोग किसी प्रेम संबंध में हैं, उनके लिए दिनमान अनुकूल है।
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं
दिनांक
1 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 1 होगा। आप शाही प्रवृत्ति के हैं। आपको
किसी और का शासन पसंद नहीं है। आप साहसी और जिज्ञासु हैं। आपका मूलांक सूर्य ग्रह
के द्वारा संचालित होता है। आप अत्यंत महत्वाकांक्षी हैं। आपकी मानसिक शक्ति प्रबल
है।
आपको समझ पाना बेहद मुश्किल है। आप आशावादी होने के कारण हर स्थिति का सामना करने में सक्षम होते हैं। आप सौन्दर्यप्रेमी हैं। आपमें सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला आपका आत्मविश्वास है। इसकी वजह से आप सहज ही महफिलों में छा जाते हैं।
शुभ
दिनांक : 1, 10, 19,
28
शुभ
अंक : 1, 10, 19, 28, 37,
46, 55, 64, 73, 82
शुभ
वर्ष : 2026, 2044, 2053,
2062
ईष्टदेव
: सूर्य उपासना तथा मां गायत्री
शुभ
रंग : लाल, केसरिया, क्रीम
कैसा
रहेगा यह वर्ष
यह
वर्ष आपके लिए अत्यंत सुखद रहेगा। अधूरे कार्यों में सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य की
दृष्टि से यह वर्ष उत्तम रहेगा। पारिवारिक मामलों में महत्वपूर्ण कार्य होंगे।
अविवाहितों के लिए सुखद स्थिति बन रही है। विवाह के योग बनेंगे। नौकरीपेशा के लिए
समय उत्तम हैं। पदोन्नति के योग हैं।
#AajKaUPAY
कन्या के विवाह में विलम्ब होने पर
अगर आपकी कन्या के विवाह में विलम्ब हो रहा हो या
कन्या के लिए योग्य वर की तलाश पूरी नहीं हो रही हो तो किसी भी गुरूवार के दिन
प्रातःकाल नहा धोकर बेसन के लड्डू स्वयं बनाएं। उनकी गिनती 109 होनी चाहिए। फिर पीले रंग की टोकरी
में पीले रंग का कपड़ा बिछाकर उन लड्डूओं को उसमें रख दें तथा अपनी श्रद्धानुसार
कुछ दक्षिणा रख दें। पास के किसी शिव मंदिर में जाकर विवाह हेतु प्रार्थना कर घर आ
जाएं।
स्वप्न में भविष्य जानें इस तरह भी
अगर आप स्वप्न में भविष्य की बात मालूम करना चाहते हैं
तो जंगल में जाकर जिस वृक्ष पर अमर बेल हो, उसकी
सात परिक्रमा कर अमर बेल्युक्त एक लकड़ी को तोड़ लाएं। फिर उस लकड़ी को धुप देकर
जला दें तथा लता को सिरहाने रखकर विचार करते हुए सो जाएं तो स्वप्न में भविष्य की
बात मालूम हो जाती है।
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