*वास्तु शास्त्र की मदद से पढ़ने के कमरे का चयन करें :-*
👉 केरियर के लिए सबसे अच्छा कमरा उत्तर दिशा को माना जाता है ।
🏚️ उत्तर ,पूर्व और ईशान कोण में स्थित शयन कक्ष छात्रों के लिए और नौकरी की तैयारी कर रहे बच्चों के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है ।
🧘♂️ ईशान कोण का कमरा ज्ञान ,ध्यान और मनन चिंतन का कमरा माना जाता है ।
इस कमरे में शयन करने से आंतरिक ज्ञान प्रस्फुटित होता है ।
पढ़ने की रुचि बढ़ती है ।
🛕 ईशान कोण में पूर्व की दीवाल पर पढ़ने का टेबल लगाकर पूर्व की ओर मुँह करके बच्चों को पढाये ।
🕉️ बिस्तर में सोने और आराम करने का भाव होता है इसलिए बिस्तर में पढ़ने से जल्दी से नींद में जाने की संभावना बढ़ जाती है ।
🌹 इसलिए बिस्तर में पढ़ने की बजाय टेबल कुर्सी में बैठकर पढ़ना ज्यादा उपयोगी माना गया है ।
💰 उत्तर दिशा से नौकरी की सम्भावना या केरियर देखा जाता है इसलिए जो लोग नौकरी की तलाश में हैं उन्हें अपने घर के ड्राईंग रूम की उत्तर दिशा में एक मछली घर रखकर उसमें आठ लाल और एक काली मछली रखनी चाहिए
🚣♀️ जो बच्चे अभी पढाई भी कर रहे हैं और साथ ही साथ नौकरी की भी तलाश कर रहे हैं उन्हें अपने पढ़ने के कोने अर्थात ईशान कोण को भी विकसित करना चाहिए
🧘♂️ अगर आपके बच्चे पढाई करते करते और नौकरी की तलाश कि वजह से तनाव में हैं तो उनके मन के असंतुलन को दूर करने के लिए ध्यान का अभ्यास अवश्य कराएं ,क्योंकि इंटरविव के दौरान आपके ज्ञान के साथ ही साथ किसी भी परिस्थिति में आपके संतुलन को भी जांचा और परखा जाता है जो की केवल केवल और केवल गहन ध्यान ही दे सकता है !!
🏚️ जो बच्चे अपने शहर से बाहर नौकरी ढूँढ रहे हैं उन्हें वायव्य कोण [उत्तर-पश्चिम] के कमरे में सोने से घर से बाहर निकलने की ऊर्जा ज्यादा काम करेगी।
🚣♀️ वायव्य कोण में सोने से शहर से बाहर नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाती है ।
🌹 जिनको अपने शहर में ही नौकरी चाहिए उनको कभी भी वायव्य में नही सोना चाहिए !!
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